बढ़िया निर्यात और स्थानीय मांग की वजह से गुजरात की कई मंडियों में तिल बीजों की कीमत में दो दिन बाद तेजी आई।
पिछले कई दिन से हो रही गिरावट के बाद तिल के भाव में 175 से 350 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हो गई है।एक पखवाड़े पहले तिल की ताजा फसल की आवक से इसकी कीमतों में खासी कमी हो गई थी।
हालांकि खरीदारी के तेजी पकड़ने से तिल की कीमतों में दोबारा वृद्धि होने लगी है। उम्मीद है कि निकट भविष्य में तिल की कीमत में भी वृद्धि होगी।
राजकोट के निर्यातक और आपूर्तिकर्ता विपिन पटेल ने बताया कि राजकोट में तिल में करीब 350 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी हुई है। बढ़ोतरी के बाद एक क्विंटल तिल की कीमत 6,700 रुपये तक चली गई।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में तिल की कीमतें पिछले साल की बनिस्बत कमजोर हैं। इसके चलते गुजरात और राजस्थान में तिल बीजों की मांग में खासा इजाफा हुआ है।
फिलहाल गुजरात की मंडियों में 80 किलोग्राम तिल का भाव 8,000 से 9,000 रुपये के आसपास चल रहा है। गौरतलब है कि गुजरात में सबसे ज्यादा सौराष्ट्र क्षेत्र में ही तिल बीजों का उत्पादन होता है।
इसी प्रकार, ऊंझा के हाजिर बाजार में भी तिल की कीमत में 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हो गई है। यहां प्रति क्विंटल तिल के भाव 6,250 से 7,000 रुपये के बीच चल रहा है।
बाजार का अनुमान है कि गुजरात में तिल का उत्पादन करीब 70 हजार टन, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों में 80 से 90 हजार टन जबकि राजस्थान में 1 लाख से 1.25 लाख टन के बीच रहने का अनुमान है।