वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही धातु एवं खनन कंपनियों के लिए पिछले एक दशक में सबसे अच्छी रही है। सूचीबद्ध धातु एवं खनन कंपनियों को करीब 82,500 करोड़ रुपये के साथ अब तक का सबसे अधिक शुद्ध लाभ हुआ है। यह वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही के शुद्ध लाभ 6,000 करोड़ रुपये और इस साल मार्च में समाप्त छह महीनों (वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही) के शुद्ध लाभ 58,700 करोड़ रुपये के मुकाबले भारी बढ़ोतरी है।
उद्योग की वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही की आमदनी वित्त वर्ष 2010-11 की दूसरी छमाही में 28,200 करोड़ रुपये की पिछली ऊंचाई से करीब तीन गुना रही। इससे धातु एवं खनन कंपनियों का वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में भारतीय कंपनियों के संयुक्त शुद्ध लाभ में 20 फीसदी हिस्सा रहा। यह वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही के 4.2 फीसदी और 10 साल के औसत 9.5 फीसदी से काफी अधिक रहा। हालांकि धातु एवं खनन कंपनियों का सभी सूचीबद्ध कंपनियों की शुद्ध बिक्री में केवल 10.8 फीसदी हिस्सा ही है, जो 10 साल की औसत राजस्व हिस्सेदारी करीब 9.2 फीसदी से मामूली ही अधिक है।
सभी 4,166 सूचीबद्ध कंपनियों को वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में 4.1 लाख करोड़ रुपये का संयुक्त शुद्ध लाभ हुुआ, जो वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही के 1.44 लाख करोड़ रुपये से 185 फीसदी अधिक है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल 202 धातु एवं खनन कंपनियों की संयुक्त शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में सालाना आधार पर 66.7 फीसदी बढ़कर 5.54 लाख करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में 3.32 लाख करोड़ रुपये रही थी। इसी अवधि में सभी सूचीबद्ध कंपनियों की शुद्ध बिक्री सालाना आधार पर 32.7 फीसदी बढ़कर 51.1 लाख करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में 38.55 लाख करोड़ रुपये थी।
आमदनी में सबसे अधिक बढ़ोतरी टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) जैसी इंटीग्रेटेड इस्पात उत्पादक कंपनियों ने दर्ज की। सूचीबद्ध लौह एवं इस्पात उत्पादकों का संयुक्त शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में 53,100 करोड़ रुपये रहा, जिन्हें वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में 2077 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान और वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में 30,780 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। उद्योग के लिए पिछला सबसे बेहतर छमाही लाभ मार्च 2011 में समाप्त छमाही में 13,000 करोड़ रुपये रहा था।
इस्पात विनिर्माताओं की संयुक्त शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में सालाना आधार पर 76.3 फीसदी बढ़कर 3.24 लाख करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में 1.84 लाख करोड़ रुपये रही थी।
