कृषि जिंसों की ऑनलाइन नीलामी और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्मों को लोकप्रियता मिल रही है। वहीं खरीदारों व विक्रेताओं की भौतिक उपस्थिति न होने की वजह से गुणवत्ता सुनिश्चित करना बड़ी चुनौती बन गई है।
मंडियों में जिन लोगों से उत्पाद खरीदे जाते हैं, उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एआई सक्षम ट्रैकिंग और ट्रेसेबल व्यवस्था विकसित करने की कवायद चल रही है, जिससे मोबाइल ऐप्लीकेशन के माध्यम से गुणवत्ता की जांच की जा सकते।
इंटेलो लैब्स के सीईओ और सह संस्थापक मिलन शर्मा ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘ताजा उत्पादों की गुणवत्ता के मानकीकरण और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए तकनीक की जरूरत है, जिससे डिजिटल बिक्री प्लेटफॉर्मों के बाजार पर भरोसा कायम हो सके।’
इंटेलो लैब्स एक स्टार्टअप है, जो एग्रीटेक क्षेत्र में काम कर रहा है। इसने प्रमाण नाम से तकनीक संचालित जिंसों का ई-प्लेटफॉर्म पेश किया है। मिलन ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में प्रमाण ने धीरे धीरे जगह बनाई है और इसने पहले ही 4 करोड़ डॉलर मासिक सकल ट्रांजैक्शन मूल्य (जीटीवी) हासिल कर लिया है और अगली दो तिमाही में 10 करोड़ डॉलर जीटीवी का लक्ष्य है।
यह पूछे जाने पर कि प्रमाण इस तरह के अन्य प्लेटफॉर्मों से अलग कैसे है, मिलन ने कहा कि यह एआई आधारित गुणवत्ता आकलन ऐप है, जो इसे डिजिटल और डेटा संचालित बनाता हैं। प्रमाण इस समय धनिया, प्याज, लहसुन, अनार, सेब, आलू और टमाटक की हाजिल खरीद और ई नीलामी की सुविधा दे रहा है।
यह प्लेटफॉर्म मुख्य रूप से महाराष्ट्र, केरल, बिहार, और जम्मू कश्मीर में सक्रिय है, जहां एपीएमसी कानून कम सखख्त हैं और मंडी के बाहर लेन-देन की आसान सुविधा है।
इंदौर के स्टार्टअप ग्रामोफोन ने ग्राम व्यापार नाम से ई-ट्रेडिंग और ई-नीलामी प्लेटफॉर्म शुरू किया है। इसने 100 से ज्यादा मंडियों में अपने साझेदार बनाए हैं जिससे भौतिक गुणवत्ता का आकलन हो सके और उत्पाद की जांच हो सके कि जिसकी बिक्री इस प्लेटफॉर्म से हो रही है, खरीदार को वही गुणवत्ता मिले, जो उसे बेचा गया है।
ग्रामोफोन के सह संस्थापक और सीईओ तौसीफ खान ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘हमने विक्रेताओं की रेटिंग भी घटाई है और सभी प्राथमिक जांच कर रहे हैं, जिससे सुनिश्चित हो सके कि खरीदार को वही गुणवत्ता मिल रही है, जो प्लेटफॉर्म पर दिखाया गया है। लेकिन कभी कभी दिखाई गई गुणवत्ता की गारंटी देना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।’ ग्राम व्यापार कोविड की दूसरी लहर आने के कुछ हफ्ते पहले मार्च, 2021 में शुरू किया गया था। खान ने कहा कि शुरुआत में हमारे पास कृषि उत्पादों की रोजाना की करीब 5-10 की सूची होती थी और अब यह एक दिन में 500 की सूची पार कर गई है। उन्होंने कहा कि उत्त्तर प्रदेश, राजस्थान व महाराष्ट्र जैसे अन्य राज्यों में विस्तार की योजना है।
