पारा चढ़ने के साथ साथ उत्तर प्रदेश के उपभोक्ताओं के कुछ राहत जरूर मिली है। बीते एक सप्ताह में ही प्रदेश भर की मंडियों में सब्जियों के दामों में भारी गिरावट आई है।
थोक विक्रेताओं के अनुसार गर्मी बढ़ने के साथ सब्जी के जल्दी खराब होने का खतरा बढ़ जाता है, जिसके चलते दामों में गिरावट आई है। साथ ही इस समय बाजार में मौसमी सब्जियों की भी खासी आमद हुई है। इस समय लखनऊ की थोक मंडी में आलू 3.5 रुपये, प्याज 4 रुपये, लौकी 2 रुपये प्ति किलो के दाम पर मिल रहा है।
साथ ही मौसमी सब्जियां जैसे भिंडी, तरोई, कद्दू भी थोक बाजार में 3 से 5 रुपये प्रति किलो के दाम पर मिल रही हैं। फल और सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष मो. उस्मान के अनुसार बाजार में अच्छी आमद के चलते दामों में गिरावट आई है, साथ ही शादी-ब्याह का मौसम न होने के चलते भी दाम गिरे हैं।
खुदरा बाजार में भी सब्जियों की कीमत में कमी आई है। इस समय भिंडी खुले बाजार में 5 रुपये की कीमत पर और लौकी 4 रुपये की दर से बिक रहा है। आलू के थोक दामों में गिरावट के बावजूद खुदरा बाजार में इसकी कीमत 6 से 7 रुपये कीमत पर ही बिक रहा है। इसका कारण थोक बिक्रेता मुनाफा वसूली को बता रहे हैं।
खुदरा बाजार में प्याज की कीमत भी गिरकर 6 रुपये प्ति किलो पर आ गई है। लहसुन की आवक कमजोर होने के चलते इसकी कीमत जरूर चढ़ी है। इस समय खुदरा बाजार में लहसुन 40 रुपये प्रति किलो की दर पर बिक रहा है।
आंधी की मार के चलते कच्चा आम वैसे ही कौड़ी के भाव बिक रहा है। इस समय बाजार में कच्चा आम 2 रुपये के दाम पर मिल रहा है। अन्य मौसमी फलों में तरबूज 8 रुपये किलो और खीरा 50 पैसे प्रति नग के हिसाब मिल रहा है। सीजन न होने के कारण केले की कीमत खुदरा बाजार में अभी भी 16 से 18 रुपये दर्जन चल रही है।