कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय दाम में लगातार सुधार की वजह से भारत में पेट्रोल व डीजल की कीमतों में तेजी बने रहने की संभावना है। हाल में कच्चे तेल की कीमत 60 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच जाने से घरेलू पेट्रोल व डीजल की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं।
मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल का दाम अब तक के रिकॉर्ड स्तर 87.30 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया, वहीं डीजल 77.48 रुपये प्रति लीटर के भाव बिका। मुंबई में पेट्रोल 93.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 84.36 रुपये प्रति लीटर बिका। मुंबई में यह ईंधन के दाम का अब तक का सर्वोच्च स्तर है।
मंगलवार को ब्रेंट क्रूड की कीमत 61.25 डॉलर प्रति बैरल रही, जो 1 फरवरी, 2021 के 56.35 डॉलर प्रति बैरल के बाद से लगातार बढ़ रही है। अप्रैल 2020 के 19.33 डॉलर प्रति बैरल के निम्नतम स्तर से अब रिकवरी हो रही है। इंडिया रेटिंग ऐंड रिसर्च के मुताबिक वैश्विक कीमतों में धीरे धीरे सुधार के साथ कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है और बड़े आपूर्तिकर्ताओं द्वारा उत्पादन में कटौती का भी असर पड़ा है।
भारतीय तेलशोधकों द्वारा कच्चे तेल की खरीद का असर कच्चे तेल के भारतीय बास्केट पर नजर आ रहा है, जिसमें ब्रेंट स्वीट ग्रेड क्रूड ऑयल का भारांश 25 प्रतिशत और ओमान और दुबई सोर ग्रेड क्रूड का भारांश 75 प्रतिशत है।
कीमतों मेंं बढ़ोतरी की एक वजह यह है कि रिफाइनरी इस समय कम मुनाफा ले रही हैं। यह उम्मीद की जा रही है कि अगर क्रूड ऑयल के दाम स्थिर हो जाते हैं, तो रिफाइनरियों का मुनाफा कम अवधि के हिसाब से ज्यादा हो सकता है क्योंकि कोविड-19 लॉकडाउन से राहत मिल रही है और आवाजाही एक बार फिर बढ़ रही है।
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (बीपीसीएल) के निदेशक (वित्त) एन विजयगोपाल के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में प्रोडक्ट क्रैक्स में कमी आई है और अब इसमें सुधार हो रहा है। क्रैक्स प्रति बैरल कच्चे तेल से मुनाफा है, जिसका प्रसंस्करण रिफाइनरी करती हैं और पेट्रोलियम उत्पाद बनाती हैं। बीपीसीएल के मामले में पेट्रोल क्रैक्स दिसंबर 2020 में समाप्त तिमाही में घटकर 2.97 डॉलर प्रति बैरल रह गया, जो दिसंबर 2019 के अंत में 8.93 डॉलर प्रति बैरल था। डीजल क्रैक्स इस तिमाही के दौरान घटकर 4.1 डॉलर प्रति बैरल रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 15 डॉलर प्रति बैरल था।
विजयगोपाल ने कहा कि पेट्रोल व डीजल के प्रसंस्करण मुनाफे में जनवरी 2021 के दौरान थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। बीपीसीएल का डीजल क्रैक्स 5.25 डॉलर प्रति बैरल और पेट्रोल का सुधरकर 4.17 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। उम्मीद है कि इस मुनाफे में सुधार होगा और इसकी वजह से कीमतें ऊपर जाएंगी, जब तक कि कर कटौती न हो या कच्चे तेल के दाम में कमी न आए।
भारत में ज्यादा दाम केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा लगाए जाने कर की वजह से है। एचपीसीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एमके सुराना ने हाल में कहा था, ‘पेट्रोल व डीजल की कीमतें इस जिंस के अंतरराष्ट्रीय दाम पर निर्भर है। वास्तविक खुदरा मूल्य की तुलना में उत्पाद का वास्तविक मूल्य महज 25 से 30 प्रतिशत होता है, जबकि शेष हिस्सा केंद्र व राज्य के करों का होता है।’
