यूरो के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के कमजोर पड़ने और कच्चे तेल की मांग बढ़ने और सोयाबीन तेल के दामों में उछाल का असर मलयेशिया में पाम ऑयल की कीमतों पर भी पड़ा है। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोयाबीन तेल की कीमत में 2.6 फीसदी की उछाल दर्ज की गई। मई के लिए आपूर्ति की जाने वाली सोयाबीन की कीमत में 70.55 सेंट का उछाल देखा गया।
एचएलजी फ्यूचर सिंडिकेट से जुड़े कारोबारी केन हीन सिंग ने क्वालालंपुर में बताया कि हालांकि पाम ऑयल अभी भी सोयाबीन की तुलना में सस्ता है, लेकिन इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए पाम ऑयल की कीमतों में और उछाल दर्ज की जा सकती है। मलयेशिया डेरिवेटिव्स एक्क्सचेंज में मई के लिए आपूर्ति की जाने वाली पाम ऑयल की कीमत 168 रिंगिट की तेजी के साथ 4,173 रिंगिट प्रति टन तक पहुंच गई। हालांकि सुबह के सत्र में कारोबार बंद होने तक पाम ऑयल की कीमत 4,146 रिंगिट प्रति टन थी। दोपहर के कारोबार के दौरान सोयाबीन तेल की तुलना में पाम ऑयल की कीमतों में 16 फीसदी का अंतर देखा गया, जो शाम में कारोबार खत्म होने तक 17.2 फीसदी तक पहुंच गया।
चीन के दालियान कमोडिटी एक्सचेंज की बात करें, तो वहां सोयाबीन तेल की कीमत 14,154 येन प्रति टन रहा। उधर, पाम ऑयल की कीमत में दूसरे दिन भी उछाल देखा गया और इसमें 4 फीसदी की बढ़त के साथ 12,512 येन तक पहुंच गया।
अमेरिकी विश्लेषक डेन केकंडर के मुताबिक, सोयाबीन तेल और उससे संबंधित अन्य उत्पादों की मांग लगातार बनी हुई है। इससे कीमत में भी तेजी बनी हुई है। यही वजह है कि आने वाले सप्ताह में खाद्यान्न बाजारों में धन का प्रवाह बना रहेगा। हेज फंड मैनेजर और अन्य विश्लेषकों का भी मानना है कि शिकागो में सोयाबीन तेल के वायदा कारोबार में तेजी बनी रही। एचएलजी फ्यूचर के केन का कहना है कि छोटे निवेशकों के बाजार में आने से पाम ऑयल की खरीदारी में थोड़ी तेजी देखी गई। हालांकि बाद में इसमें सुधार हुआ और कीमत में बहुत ज्यादा तेजी नहीं देखी गई। वैसे बहुत से बाजार में गिरावट आने के बाद खरीदारी को इच्छुक हैं। पाम ऑयल की कीमत की बात करें, तो इस साल इसकी कीमत में 36 फीसदी का उछाल आया, वहीं सोयाबीन कीमत में 42 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।
