कर्नाटक ने यह सिध्द कर दिया है कि फसल की पैदावार घटने पर वह पूरे देश में प्याज का गणित गड़बड़ कर सकता है।
कर्नाटक में करीब 20 फीसदी तक प्याज की फसल खराब होने से देश के अन्य हिस्सों में प्याज 80 से 90 फीसदी तक महंगा हो गया है। तमिलनाडु के साथ मिलकर कर्नाटक दक्षिण क्षेत्र की संपूर्ण मांग को पूरा करता है।
लेकिन कर्नाटक में खरीफ सीजन के अंत में बेमौसम बारिश की वजह से प्याज का उत्पादन 18.85 फीसदी तक घटकर 3.70 लाख टन पर आने का अनुमान है। नेशनल होर्टिकल्चरल रिसर्च डेवलपमेंट फाउंडेशन के मुताबिक कर्नाटक में इससे पहले के सीजन में 4.56 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था।
व्यापारियों ने कहा कि महाराष्ट्र से प्याज की ज्यादातर खेप दक्षिण की ओर जा रही है जिससे देश के अन्य हिस्सों में प्याज की आपूर्ति का संकट पैदा हो गया है। दिल्ली स्थित एक व्यापारी ने कहा, ‘चूंकि पिछले साल के मुकाबले इस साल आपूर्ति कम है इसलिए प्याज की कीमतें ऊपर चढ़ गई हैं।’
कर्नाटक में उपभोक्ताओं को 16 रुपये प्रति किलो के भाव पर प्याज खरीदना पड़ रहा है, जबकि पिछले साल भाव 4 से 5 रुपए प्रति किलो था।