लोकसभा में कृषि राज्य मंत्री कांति लाल भुरिया द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के दौरान गत 16 फरवरी तक प्याज के निर्यात में 8.21 लाख टन की गिरावट आई है।
गत चालू वित्त वर्ष के दौरान 28 फरवरी तक 10,67,378 टन प्याज का निर्यात किया गया था। जबकि गत 16 फरवरी तक मात्र 8,21,712 टन प्याज का निर्यात किया गया है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2006-07 में प्याज के उत्पादन का लक्ष्य 17.6 फीसदी गिरावट के साथ 71.58 लाख टन तय किया गया था। जबकि उससे पिछले वित्त वर्ष में प्याज का उत्पादन का लक्ष्य 86.82 रखा गया था।
भुरिया ने यह जानकारी दी कि प्याज का मासिक थोक सूचकांक मार्च 2006 में 114.6 के स्तर पर था जो बढ़कर नवंबर 2007 में 322.8 हो गया। लकिन सप्ताहिक थोक सूचकांक में फरवरी महीने में गि रावट दर्ज की गई है। यह सूचकांक गत दिसबंर महीने में 268.7 था जो फरवरी महीने में गिरकर 169.4 के स्तर पर आ गया।
लिहाजा, प्याज कीमतों पर लगाम कसने के लिए नेशनल एग्रीकल्चर को-ऑपरेटिव फेडरेशन (नेफेड) ने इसके न्यूनतम समर्थन कीमतों में कमी की है। साथ ही नासिक से प्याज की खरीदारी भी शुरू कर दी है।
भुरिया बताते हैं कि इस कदम से प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने में सफलता मिल सकेगी।
इसके अलावा समय-समय पर प्याज की आवक और अन्य गतिविधियों पर भी नजर रखी
जा रही है।