खाद्य तेलों के वायदा कारोबार पर प्रतिबंध लगने की आशंका से सहमे व्यापारियों ने सोया तेल सोयाबीन और सरसों के वायदा सौदों का निपटान शुरू कर दिया है।
कार्वी कमोडिटी ट्रेड के एक विश्लेषक ने बताया कि व्यापारी रिफाइंड सोया तेल, सोयाबीन और सरसों में लंबी अवधि के सौदों को निपटा रहे हैं। उन्हें आशंका है कि सरकार खाद्य तेलों के वायदा कारोबार पर प्रतिबंध लगा सकती है। उन्होंने कहा कि सभी तीनों जिंसों की कीमतों में मामूली सुधार के बावजूद कारोबार में व्यापारियों की हिस्सेदारी सुस्त रही।
गुरुवार को एनसीडीईएक्स में अप्रैल डिलिवरी के लिए सोया तेल की कीमत 1.57 फीसदी बढ़कर 553.40 रुपये प्रति 10 किलो, सोयाबीन का भाव 1.12 फीसदी बढ़कर 2 073 रुपये प्रति क्विंटल और सरसों का भाव 0.88 फीसदी बढ़कर 529 रुपये प्रति बीस किलो पर रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी का रुख से घरेलू बाजार में इन जिंसों के वायदा भाव में सुधार दर्ज किया गया।
वहीं सरकार द्वारा सभी खाद्य तेलों पर सीमा शुल्क में कटौती की घोषणा से शिकागो बोर्ड आफ ट्रेड (सीबीओटी) में भी सोयाबीन की कीमतों में तेजी का रुख रहा। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि सीबीओटी व्यापारी इस उम्मीद में लिवाली कर रहे हैं कि शुल्क कटौती के बाद भारत से खाद्य तेलों की मांग बढ़ेगी। हालांकि इधर घरेलू व्यापारी इन तीन जिंसों के वायदा कारोबार में बिल्कुल रुचि नहीं ले रहे हैं।