बढ़ती महंगाई को देखते हुए तेल और तिलहन के वायदा कारोबार पर प्रतिबंध लगने की आशंका के बीच शुक्रवार को वायदा बाजार में खाद्य तेल और तिलहन के दामों में एक फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई।
उल्लेखनीय है कि 22 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में मुद्रास्फीति की दर बढ़कर तीन साल के उच्चस्तर सात फीसदी पर पहुंच गई। कार्वी कमोडिटी के एक विश्लेषक ने कहा कि शुक्रवार सुबह मुद्रास्फीति की दर के आंकड़े जारी होने के बाद सोया तेल सोयाबीन और सरसों की कीमतें तेजी से लुढ़क गईं।
एनसीडीईएक्स में अप्रैल डिलिवरी के लिए सोया तेल की कीमतें करीब एक फीसदी घटकर 561.50 रुपये प्रति दस किलो और सोयाबीन की कीमतें गुरुवार के 2104 रुपये प्रति क्विंटल के भाव के मुकाबले घटकर 2094 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गईं। वहीं एक्सचेंज में मई की डिलिवरी के लिए सरसों की कीमतें 535.50 रुपये प्रति बीस किलो के मुकाबले 0.84 फीसदी घटकर 531 रुपये प्रति बीस किलो पर आ गईं।