एमसीएक्स के बाद नैशनल कमोडिटी ऐंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) भी अगले सप्ताह धनिया का वायदा कारोबार शुरू कर रहा है।
एनसीडीईएक्स में 11 अगस्त से अक्टूबर, दिसंबर और अप्रैल 2009 के कॉन्ट्रैक्ट उपलब्ध होंगे। एनसीडीईएक्स में धनिया बादामी के साथ-साथ धनिया की दूसरी वेरायटी का भी कारोबार किया जा सकेगा।
एक्सचेंज के प्रॉडक्ट मैनेजर (मसाले) श्रीकांत अंबाटी ने बताया कि वायदा बाजार आयोग से धनिया वायदा कारोबार शुरू करने की अनुमति 29 जुलाई को मिली और एक्सचेंज की पंरपरा के मुताबिक नया कॉन्ट्रैक्ट 11 अगस्त से शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि एक्सचेंज हर नया कॉन्ट्रैक्ट महीने की 10-11 तारीख को शुरू करता रहा है।
अंबाटी ने बताया कि धनिये का मुख्य डिलिवरी सेंटर कोटा में होगा तथा रामगंजमंडी, जयपुर और गुना में भी डिलिवरी सेंटर बनाया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि कृषि जिंस के वायदा कारोबार में अव्वल रहने वाला एनसीडीईएक्स धनिया वायदा कारोबार शुरू करने में एमसीएक्स से पीछे क्यों रह गया, तो उन्होंने कहा कि हमें नियामक से अनुमति देर से मिली। उन्होंने कहा – मुझे भरोसा है जल्दी ही हम इस कारोबार में एमसीएक्स से आगे निकल जाएंगे क्योंकि एक तो हमने एमसीएक्स के मुकाबले ज्यादा डिलिवरी सेंटर बनाया है और दूसरा, कृषि जिंस के रखरखाव के मामले में एमसीडीईएक्स को महारत हासिल है।
ऐसे में जाहिर कारोबारी निश्चित रूप से एनसीडीईएक्स का रुख करेंगे। धनिया के वायदा कारोबार का लॉट साइज 10 टन का होगा और कीमत प्रति क्विंटल के हिसाब से होगी। साथ ही इस कीमत में उतार-चढ़ाव (टिक साइज) कम से कम एक रुपये या फिर इसके गुणक में होगी। अगर कीमत में 3 फीसदी का नुकसान या बढ़ोतरी होती होगी तो सर्किट लगा दिया जाएगा यानी कारोबार को थोड़े समय के लिए रोक दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर कीमत में 1 फीसदी की बढ़त या नुकसान होगा तो एक बार फिर सर्किट लगा दिया जाएगा।
एमसीएक्स पिछले सोमवार (28 जुलाई) को ही धनिया का वायदा कारोबार शुरू कर चुका है। हालांकि इस कारोबार के लॉन्च होने के साथ ही कोटा मंडी में धनिया के कारोबारियों ने वायदा कारोबार के विरोध में अपनी दुकानें बंद कर दी थीं। कारोबारियों का कहना था कि वायदा कारोबार से सटोरिया गतिविधि को बढ़ावा मिलेगा और इसके परिणामस्वरूप धनिया की कीमत आसमान छूने लगेगी। 28 जुलाई से धनिया की कीमत में उफान को देखते हुए कारोबारियों की आशंका कुछ मायनों में सही भी साबित हुई।
हालांकि मुनाफावसूली के चलते एमसीएक्स केशुरुआती कारोबार में सोमवार को धनिया की कीमत में करीब 3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। पिछले 6 महीने में धनिया की कीमत लगभग ढाई गुनी हो गई है। मार्च महीने में धनिया की कीमत करीब 40 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो कम उत्पादन और निर्यात मांग में बढ़ोतरी के चलते बढ़कर 100 रुपये पर पहुंच गई है।
एक कारोबारी के मुताबिक पिछले सीजन (अप्रैल-मार्च) में भारत में करीब 3.2 लाख टन धनिया का उत्पादन हुआ, जो इससे एक साल पहले के मुकाबले करीब 20 फीसदी कम था। वैसे कारोबारियों का कहना है कि जब तक नई फसल नहीं आ जाती, धनिया की कीमत में न सिर्फ उतार-चढ़ाव जारी रहेगा बल्कि कीमत भी ऊंचे स्तर पर बरकरार रहेगी।