उत्तर प्रदेश में खाद के गहराते संकट के बीच राज्य सरकार और केंद्र के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
राज्य सरकार ने केंद्र पर आरोप लगाया है कि लगातार मांग के बावजूद खाद का आपूर्ति नहीं की जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार इस समय खाद के संकट के चलते जनता के गुस्से का सामना कर रही है। प्रदेश में कई जगहों पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। राज्य सरकार का कहना है कि कई बार के आग्रह करने के बाद भी केंद्र ने उचित मात्रा में खाद नहीं भेजी है।
सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि प्रदेश में करीब 14 लाख टन खाद की जरूरत है, लेकिन केंद्र ने केवल 10.5 लाख टन खाद देने की बात कही है। उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशक राजित राम वर्मा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि डीएपी की फिलहाल कहीं कोई कमी नहीं है।
केंद्र सरकार से वार्ता कर खाद की उपलब्धता बनाए रखने का भरोसा लिया गया था। पर आगे जरूरत के मुताबिक खाद उपलब्ध होगा, इसकी कोई गारंटी नही है।