देश में जून से शुरू अपनी 4 महीने की यात्रा में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून अब आधी दूरी तय कर चुका है। खरीफ की बुआई गति पकड़ चुकी है। व्यापक उतार चढ़ाव के बाद मध्य, पश्चिमी और पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून सक्रिय हो गया है और बारिश हो रही है। फसलों की बुआई के हाल के आंकड़ों के मुताबिक खरीफ की फसलों की बुआई 30 जुलाई तक 848.1 लाख हेक्टेयर रकबे में हुई है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 4.70 प्रतिशत कम है। पिछले सप्ताह तक बुआई का रकबा पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 8.9 प्रतिशत और उसके पहले के आंकड़ों में रकबा 11.6 प्रतिशत कम था। दलहन और तिलहन दो प्रमुख खरीफ फसलें हैं, जिनकी बुआई का रकबा पिछले सप्ताह की तुलना में सुधरा है, लेकिन अभी भी यह 2020 की तुलना में कम है। दक्षिण पश्चिम मॉनसून कुल मिलाकर 30 जुलाई तक सामान्य से 1 प्रतिशत कम रहा है।
हाल के दिनों में पहाड़ों पर हुई तेज बारिश से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं। जम्मू, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से कई ऐसी खबरें सामने आईं। 2 दिन पहले लाहौल और स्पीति में बादल फटने से बाढ़ आ गई, जिससे कई लोग लापता हो गए। शुक्रवार को लापता लोगों की तलाश करते एनडीआरएफ के जवान।
