आलू के वायदा कारोबार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) ने अपने कोल्ड स्टोरेजों की संख्या में इजाफा किया है। पश्चिम बंगाल में कोल्ड स्टोरेजों की संख्या पहले 6 थी, जो बढ़कर इस साल 12 हो गई है।
कंपनी इन्हें डिलीवरी सेंटर के नाम से संबोधित करती रही है। कंपनी अब हुगली समेत बाकुड़ा, वर्धमान और मेदिनीपुर से भी कोल्ड स्टोरेजों का संचालन करेगी। नए स्टोरेजों को पहले से मौजूद स्टोरेजों के मालिकों को ही फ्रैंचाइजी समझौते के तहत संचालित करने को कहा जाएगा। यानी की एमसीएक्स के पास इन स्टोरेजों का मालिकाना हक नहीं होगा।
गौरतलब है कि इन कोल्ड स्टोरेजों की धारण क्षमता 3 से 5 लाख बोरों की है और प्रत्येक बोरे में 50 किलो आलू रखा जा सकता है। इस वक्त एमसीएक्स के जरिए औसतन 10 करोड़ रुपये के आलू का कारोबार किया जा रहा है।
कंपनी अपने कारोबार से किसानों को भी फायदा पहुंचाना चाहती है। लिहाजा, वह किसानों को प्रशिक्षण भी मुहैया कराती है। इस साल उसने तकरीबन 27 किसान के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए हैं।
इन कार्यक्र्रमों को उन क्षेत्रों में संचालित किया गया, जहां कंपनी के डिलिवरी सेंटर पहले से मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में इस बार आलू का कारोबार कुल 3 हजार करोड़ रुपये का रहा, लेकिन इस कारोबार में ज्यादा हिस्सेदारी व्यापारियों और कोल्ड स्टोरेजों के मालिकों की रही। किसान अपनी सीमित पहुंच और पारंपरिक आपूर्ति व्यवस्था के चलते अपनी हिस्सेदारी दर्ज करने में नाकाम रहे।
उनकी मार्केटिंग भी दमदार नहीं होने के कारण किसान एक्सचेंज के जरिए कारोबार का फायदा भी नहीं उठा पाते।
