समय से पहले मानसून के आने से जहां काफी किसानों को राहत मिली है वहीं हिमाचल के किसानों के सामने इसके चलते काफी समस्याएं पैदा हो गयी है।
समय से पहले ही मानसून के आने और वहां लगातार हो रही बारिश से राज्य के निचले हिस्से में अब तक मक्के की बुआई नहीं हो सकी है। हालांकि जानकार ज्यादा पानी चाहने वाले धान की खेती को लेकर काफी खुश हैं।
राज्य के कृषि विभाग के निदेशक जे.सी. राणा ने बताया कि राज्य के 2,77,000 हेक्टेयर में मक्के की खेती होती है। पर समय पूर्व भारी बारिश से ऊना और बिलासपुर जिले के कम से कम 35,000 हेक्टेयर क्षेत्र में इसकी फसल नहीं लगायी जा सकी है। अमूमन इसकी बुआई 20 जून तक पूरा हो जाती है पर इस बार इससे कोई 3 हफ्ते पहले ही राज्य में मानसून ने दस्तक दे दी है।