निर्यातकों की धारणा के उलट कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल बासमती के रकबे में बढ़ोतरी होने की कोई संभावना नहीं है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, प्रीमियम किस्म की बासमती के तैयार होने में काफी समय लगता है और इसके चलते किसान बासमती की रोपाई से बच रहे हैं। निर्यातकों की धारणा रही है कि इस साल बासमती के रकबे में 5 से 10 फीसदी की वृद्धि हो सकती है।
कृषि आयुक्त एन.बी. सिंह के मुताबिक, बासमती चावल के रकबे में बढ़ोतरी की सीमित संभावना है। पूसा 1121 जैसी बासमती की अन्य किस्मों की खेती पंजाब व यूपी में की जाती है।