वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के चढ़ते दाम कम करने के वैश्विक प्रयास के तहत भारत अपने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार से 50 लाख बैरल कच्चा तेल जारी करेगा। इतना कच्चा तेल देश में एक ही दिन में खप जाता है। तेल क्षेत्र पर नजर रखने वालों का कहना है कि भारत अपने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार से जितना तेल निकाल रहा है, वह ज्यादा तो नहीं है मगर इस सांकेतिक पहल का वैश्विक तेल बाजार पर व्यापक असर होगा।
तेल मंत्रालय ने इस संबंध में जारी बयान में कहा, ‘भारत ने अपने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार से 50 लाख बैरल कच्चा तेल जारी करने का निर्णय लिया है। यह कदम उस समय उठाया जा रहा है, जब दुनिया के दूसरे बड़े ऊर्जा उपभोक्ता देश जैसे अमेरिका, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया भी विचार-विमर्श कर ऐसा ही कर रहे हैं।’
पिछले महीने कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 85 बैरल प्रति डॉलर के पार चली गई थीं। यह देखकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने तेल की कीमतें कम करने की दिशा में पहल करने का आह्वान किया था। व्हाइट हाउस ने कहा था कि अमेरिका अपने रणनीतिक भंडार से 5 करोड़ बैरल तेल जारी करेगा। दुनिया में पहली बार ऐसा हो रहा है जब विभिन्न देश एक दूसरे के साथ मिलकर अपने रणनीतिक भंडारों से कच्चा तेल जारी कर रहे हैं। 26 अक्टूबर को कच्चा तेल 86.40 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया था मगर अब यह कम होकर 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे रह गया है।
