घरेलू बाजार में रबड़ की कीमतें कम होने से फरवरी माह में इसके निर्यात में 1472.68 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है।
रबड़ बोर्ड केआंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2008 में करीब 10.818 टन रबड़ का निर्यात किया गया, जबकि पिछले साल इसी माह में 721 टन रबड़ का निर्यात किया गया था।
पिछले महीने की तुलना में इस माह करीब 3,296 टन अधिक रबड़ का निर्यात किया गया, जबकि दिसंबर 2007 में कुल 3,886 टन रबड़ का निर्यात किया गया था।
रबड़ बोर्ड को उम्मीद है कि इस माह में भी निर्यात में वृद्धि बरकरार रहेगी, क्योंकि घरेलू बाजार में रबड़ की कीमतों में काफी गिरावट आई है।
6 मार्च तक कुल 43,727 टन निर्यात का निर्यात किया गया है, जबकि वर्ष 2006-07 के दौरान 52,993 टन रबड़ का निर्यात किया गया था। बोर्ड को उम्मीद है कि इस बार पिछले वर्ष से कहीं अधिक मात्रा में रबड़ का निर्यात किया जा सकेगा।
बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष के लिए 70,000 टन रबड़ के निर्यात का लक्ष्य रखा था। हालांकि अक्टूबर-नबंवर माह में विदेशों में रबड़ की मांग में कमी आने से अनुमानित लक्ष्य में कटौती कर, उसे 50,000 टन तय कर दिया गया है।
बोर्ड को उम्मीद है कि इस लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
उधर, प्राकृतिक रबड़ के आयात में भी तेजी आई है। फरवरी तक 83,189 टन प्राकृतिक रबड़ आयात किया जा चुका है, जबकि पिछले साल इसी दौरान 74,335 टन प्राकृतिक रबड़ का आयात किया गया था।
फरवरी माह में 4,720 टन रबड़ का आयात किया गया, जबकि पिछले साल इसी दौरान 18,853 टन रबड़ का आयात किया गया था। रबड़ उद्योगों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में प्राकृति रबड़ के आयात का लक्ष्य 85,000 टन रखा गया है।
इस बीच, प्राकृतिक रबड़ के घरेलू भंडार में काफी वृद्धि हुई है और यह 20,000 टन बढ़कर फरवरी के अंत तक 202,000 टन तक पहुंच गया है। हालांकि बोर्ड को अंदेशा है कि निर्यात बढ़ने से भंडार में कमी आएगी और यह 180,000 टन तक पहुंच जाएगा।