पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा में पैदा होने वाले अंगूर की फसल मई के अंत में आनी शुरू हो जाएगी
इस क्षेत्र में अंगूर की आवक के बाद इसकी कीमत घटकर
8 से 20 रुपये के बीच आ जाने की उम्मीद है। पिछले कई वर्षो से अंगूर बागान मालिकों ने इस ओर ध्यान देना बंद कर दिया है। अंगूर के उत्पादक इस फसल को घाटे का सौदा मानकर इसके विकास पर ध्यान नहीं दे रहे है। हालांकि इस नकदी फसल में काफी संभावनाएं हैं और विशेषज्ञ इसे किसानों के हित में बताते हैं।