स्टील उत्पादकों की समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार ने लौह अयस्क के निर्यातकों से बातचीत शुरू करने का फैसला किया है।
मंगलवार को स्टील उत्पादकों ने स्टील उत्पाद के निर्यात पर रोक के लिए खुद से उपाय करने का ऐलान किया था। उन्होंने सरकार से कच्चे माल की आपूर्ति के मामले में सुनिश्चितता की मांग की थी। बुधवार को स्टील मंत्रालय के सचिव राघव शर्मा पांडेय ने बताया कि स्टील के बड़े उत्पादकों ने स्टील की बढ़ती कीमत को लेकर खुद की चिंता जाहिर की है।
सरकार उनके साथ इस मुद्दे पर बातचीत करेगी कि किस प्रकार से स्टील की बढ़ती कीमत को नियंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार स्टील उत्पादकों की तमाम कठिनाइयों की ओर गंभीरता से ध्यान देगी। सरकार उन छोटे व मध्यम उद्योगों की समस्याओं की ओर भी ध्यान देगी जो अपने उत्पादन के लिए मुख्य रूप से स्टील पर निर्भर करते हैं।
पांडेय ने स्टील उत्पादकों स्टील उत्पाद के निर्यात को रोकने के लिए खुद के प्रयास की तारीफ की। और कहा कि सरकार इस मामले में लौह अयस्क के निर्यातकों से भी बातचीत करेगी। उन्होंने कहा कि स्टील उत्पादकों के बीच कच्चे मालों को लेकर काफी अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। सरकार कच्चे माल को लेकर उनकी इस असुरक्षा की भावना को समाप्त करने का भरसक प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कि स्टील उत्पादकों के प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान बिजली आपूर्ति की सुनिश्चितता व अन्य कच्चे मालों की आपूर्ति पर भी विचार किया जाएगा। गौरतलब है कि मंगलवार को इंडियन स्टील अलायंस के अध्यक्ष मूसा रजा ने स्टील मंत्रालय के उच्चाधिकारियों से मुलाकात कर स्टील की बढ़ती कीमतों के प्रति चिंता जाहिर की थी।