मजबूत वैश्विक रुख के बीच स्टॉकिस्टों की आक्रामक लिवाली के चलते 15 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने-चांदी के भाव नई बुलंदियों तक जा पहुंचे।
बाजार सूत्रों के अनुसार डॉलर कमजोर पड़ने और कच्चे तेल की कीमत वैश्विक बाजार में 111 डॉलर प्रति बैरल की रेकॉर्ड ऊंचाई छूने के कारण मुद्रास्फीति का जोखिम बढ़ गया। जिसके कारण सुरक्षित निवेश के रूप में सोने-चांदी की मांग बढ़ गई। अमेरिकी बाजारों में सोने ने 1005 डॉलर प्रति आउंस की नई ऊंचांई को छू लिया, जिसके कारण मुद्रास्फीति का स्पष्ट संकेत दुनिया भर में दिखाई पड़ा। घेरलू बाजार में सोना स्टैडंर्ड और आभूषण के भाव तेजी के साथ सप्ताहांत में क्रमश: 13200 रुपये और 13,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए।
गिन्नी के भाव 100 रुपये की तेजी के साथ 10150 रुपये प्रति आठ ग्राम की नई ऊंचाई पर बंद हुए। लिवाली के चलते चांदी साप्ताहिक डिलिवरी के भाव 715 रुपये के भारी उछाल के साथ सप्ताहांत में 26,740 रूपए प्रति किलो की रेकॉर्ड ऊंचाई तक जा पहुंचे। चांदी सिक्का के भाव 27000 से 27200 रुपये प्रति सैंकड़ा की रेकॉर्ड ऊंचाई को छूने के बाद सप्ताहांत में बिना किसी लाभ-हानि के पूर्व स्तर 26900 से 27000 रुपये प्रति सैंकड़ा पर अपरिवर्तित बंद हुए।
इस हफ्ते फेडरल रिजर्व की बैठक होनी है और इस बैठक में ब्याज दरों में कटौती का फैसला हो सकता है। उम्मीद है कि ब्याज दरों में कटौती के बाद सोना एक बार फिर नई ऊंचाईयों को छुएगा। मंगलवार को होने वाली बैठक में ब्याज दरों में 0.5 से 0.75 फीसदी की कटौती की उम्मीद है। कार्वी कमोडिटी ट्रेड की रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि फेड कट से बुलियन मार्केट में तेजी आएगी।