सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें गिर रही हैं।
पिछले सप्ताह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती के बाद सोने की कीमतों में और गिरावट आई है। इसके चलते भारत में सोने के कारोबार से जुड़े लोग उम्मीद कर रहे हैं कि देशी बाजार में भी सोने की कीमतों में गिरावट आ सकती है।
बांबे बुलियन असोसिएशन के प्रेजीडेंट सुरेश हुंडिया ने बताया कि स्थानीय बाजार में सोने की कीमतें 11,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गई हैं। दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें पिछले 13 सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई हैं। फेडरल रिवर्व द्वारा ब्याज दरों में चौथाई अंकों की कमी करने के बाद सोने की कीमतें 862.40 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर पहुंच गई हैं।
हुंडिया का कहना है कि कीमत कम होने से मांग और बढ़ सकती है। इस समय अक्षय तृतीया नजदीक है और इस समय सोने की खरीद को वैसे ही बहुत शुभ समझा जाता है। हर साल इस हिंदु त्यौहार के मौके पर तकरीबन 3 से 4 टन सोने के सिक्के बेचे जाते हैं।
कीमतों में कमी के चलते मई में सोने का आयात बढ़कर 40 से 50 टन तक पहुंच सकता है। गौरतलब है कि शादी ब्याह के सीजन और त्यौहारों से पहले लोग सोने की खरीद करके निश्चित होना चाहते हैं।
देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स ) में जून में सोने के वायदा कारोबार में 1.5 फीसदी की गिरावट आई और इसकी कीमत 11,205 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गईं। जनवरी से अब तक यह सबसे कम कीमत है।