भारत में पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण चालू चीनी सत्र में बढ़कर करीब 11 प्रतिशत हो सकता है, जो अक्टूबर से शुरू हुआ है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने आज कहा कि अगर तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) की ओर से हाल में जारी खरीद टेंडर को देखें तो यह संकेत मिलता है।
सितंबर में समाप्त चीनी सत्र 2020-21 में 8.1 प्रतिशत मिश्रण का लक्ष्य हासिल किया गया था।
इस्मा ने एक बयान में कहा है, ‘ओएमसी ने 31 जनवरी को चौथा रुचि पत्र जारी किया है, जिससे संकेत मिलता है कि 2021-22 आपूर्ति वर्ष में खरीद के लिए 9.5 अरब लीटर एथनॉल की जरूरत है। मात्रा की जरूरतों को देखकर ऐसा लगता है कि 11 प्रतिशत मिश्रण होगा।’ चीनी संगठन ने यह भी कहा है कि मौजूदा बजट में केंद्र ने वित्त वर्ष 22 में उद्योग के बकाये के भुगतान के लिए 2,507 करोड़ रुपये अतिरिक्त जारी किए हैं, जिसका इस्तेमाल किसानों के बकाये के भुगतान में होगा।
कुछ दिनों पहले इस्मा ने अनुमान लगाा था कि देश में चीनी का क्लोजिंग स्टॉक 2021-22 चीनी सत्र में पिछले 10 साल के दूसरे निचले स्तर पर रह सकता है, जो अक्टूबर से शुरू हुआ है।
इसमें कहा गया था कि हाल की रिपोर्ट के मुताबिक 2021-22 सत्र के अंत में चीनी का स्टॉक 66.5 लाख टन रहने की उम्मी है, जो 2020-21 के क्लोजिंग स्टॉक से 15 लाख टन कम है।
