वित्त वर्ष 2008 में प्राकृतिक रबर के उत्पादन में 3.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
इस दौरान 8.25 लाख टन रबर का उत्पादन हुआ जबकि पिछले वित्त वर्ष यानी 2007 में 8.53 लाख टन रबर की पैदावार हुई थी। रबर बोर्ड ने यह जानकारी दी।
इस दौरान हालांकि रबर की खपत में 4.8 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया और यह 8.6 लाख के स्तर पर जा पहुंचा। टायर बनाने वाली कंपनियों ने इस दौरान जोरदार खरीदारी की और इसमें 6.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। गौरतलब है कि देश की कुल रबर पैदावार का 55 फीसदी टायर उद्योग में खपत होता है। नॉन टायर सेक्टर में रबर की खपत दर में 2.9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
वित्त वर्ष 2008 की पहली छमाही में रबर उत्पादन में जो गिरावट दर्ज गई थी, उसकी हालांकि अगली छमाही में भरपाई हो गई। 2007-08 में अप्रैल-सितंबर के दौरान उत्पादन में 16 फीसदी की गिरावट रही और यह 3.3 लाख टन केस्तर पर आ गया जबकि पिछले साल इस दौरान उत्पादन 382210 टन का रहा था।
इस अवधि के लिए बोर्ड ने 3.84 लाख टन रबर के उत्पादन की उम्मीद जताई थी। देश की कुल रबर पैदावार का 92 फीसदी केरल में पैदा होता है और इसके उत्पादन क्षेत्र में मॉनसून सीजन में चिकनगुनिया ने कहर मचाया था और यही वजह थी कि उत्पादन प्रभावित हुआ।
रबर बोर्ड ने शुरुआती दौर में 8.74 लाख टन रबर की पैदावार का अनुमान लगाया था। अक्टूबर में हालांकि इसमें बदलाव आ गया। जाड़े केमौसम में पैदावार में तीब्र बढ़ोतरी हुई। दिसंबर तक पैदावार में 6.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
रबर के स्टॉक के बारे में बोर्ड का अनुमान है कि 31 मार्च तक यह 1.74 लाख टन के स्तर पर रहा जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 1.65 लाख टन था। बोर्ड का कहना है कि मार्च 2009 तक यहां 1.8 लाख टन रबर का स्टॉक होगा। इसका मतलब ये हुआ कि इस वित्त वर्ष में प्राकृतिक रबर की सप्लाई अबाध रूप से बनी रहेगी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में रबर की कीमत में तीब्र बढ़ोतरी के चलते वित्त वर्ष 2008 में कुल 87 हजार रबर का आयात हुआ जबकि वित्त वर्ष 2007 में 89699 टन रबर का आयात हुआ था। इस तरह आयात में मामूली गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान निर्यात में 5545 टन की गिरावट दर्ज की गई और कुल निर्यात 51 हजार टन के स्तर पर रहा।
वित्त वर्ष 2009 के लिए रबर बोर्ड ने 8.75 लाख टन रबर के उत्पादन का अनुमान लगाया है। इस तरह पिछले साल के मुकाबले उत्पादन में छह फीसदी का उछाल दर्ज किए जाने की उम्मीद है। बोर्ड ने इस वित्त वर्ष में रबर की खपत में 4.5 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है। बोर्ड का कहना है कि इस दौरान 8.99 लाख रबर की खपत होगी।