मौजूदा वित्त वर्ष में पाम और सोया तेल पर आयात शुल्क के बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि चुनावी साल में तिलहन की कम कीमतों से परेशान किसानों को राहत देना सरकार की मजबूरी होगी।
गोदरेज इंटरनेशनल लिमिटेड (लंदन) के निदेशक दोराब मिस्त्री ने इंडोनेशियाई पाम तेल सम्मेलन में यह बात कही। उनके मुताबिक, 2008-09 के दौरान आयात का आकार इस शुल्क की मात्रा पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कच्चे डिगम सोया तेल पर 20 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाकर सभी को हैरत में डाल दिया।
मिस्त्री ने कहा कि सोया तेल पर अधिक आयात शुल्क का भारत में सभी वनस्पति तेलों पर टॉनिक जैसा असर हुआ है।