पिछले 21 महीने के निचले स्तर तक चले जाने के बाद कच्चे तेल की कीमत में गुरुवार को वृद्धि हुई।
इसकी वजह इस महीने काहिरा में ओपेक की बैठक आयोजित करने का लिया गया निर्णय है। इससे पहले तय था कि ओपेक की अगली बैठक दिसंबर महीने में होगी लेकिन कच्चे तेल की कीमतों के लगातार नीचे गिरते जाने से परेशाने ओपेक ने आपात बैठक बुलाने का फैसला लिया।
न्यू यॉर्क मकर्टाइल एक्सचेंज में आज दिसंबर अनुबंध के कच्चे तेल में गुरुवार को 68 सेंट यानी 1.2 फीसदी की वृद्धि हुई और भाव 56.84 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए। इससे पहले शुरुआती कारोबार में इसके भाव 54.67 डॉलर प्रति बैरल तक लुढ़क गए थे, जो 30 जनवरी 2007 के बाद सबसे कम है।