वैश्विक निवेश बैंक मेरिल लिंच और गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान व्यक्त किया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 25-30 डॉलर प्रति बैरल तक लुढ़क सकता है।
इसी हफ्ते मेरिल लिंच ने कहा था कि वैश्विक मंदी के चलते कच्चा तेल की कीमत 25 डॉलर तक आ सकती है। बहरहाल मेरिल लिंच का मानना है कि 2009 में कच्चे तेल की औसत कीमत 50 डॉलर प्रति बैरल रहेगी।
गोल्डमैन सैक्स की कमोडिटी रिसर्च टीम ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में बताया है कि अगले तीन महीने में कच्चा तेल 30 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकता है। इस बीच कंपनी की एनर्जी?इक्विटी रिसर्च टीम का अनुमान है कि 2009 में कच्चा तेल 45 डॉलर के आसपास रहेगा।
तेल विशेषज्ञ अर्जुन मूर्ति की अगुवाई वाली इस टीम का पूर्व अनुमान था कि 2009 में कच्चा तेल 80 डॉलर प्रति बैरल के आसपास रहेगा। भारतीय विश्लेषकों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमत 40 डॉलर के आसपास ही रहेगी।
कोटक कमोडिटीज के उपाध्यक्ष एस कण्णन ने कहा कि कच्चा तेल 40 डॉलर प्रति बैरल से नीचे नहीं आएगी। रेलीगेयर कमोडिटीज के बिजनेस हेड जयंत मांगलिक ने कहा, कि 40 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर इसे काफी समर्थन मिलेगा। मांगलिक ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यह 30 डॉलर प्रति बैरल तक गिरेगा।