पंजाब, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के बाद केंद्र सरकार की कपास खरीदने वाली एजेंसी भारतीय कपास निगम (सीसीआई) ने अब देश के सबसे बड़े कपास उत्पादक राज्य गुजरात में कपास की खरीदारी शुरू कर दी है।
यद्यपि सीसीआई ने मंगलवार को कोई खरीदारी नहीं की लेकिन सोमवार को इस एजेंसी ने मध्य गुजरात के करजान और बोदेली खेत्रों से 200 से 250 गांठों की खरीदारी की थी। सीसीआई द्वारा खरीदारी करने से गुजरात में कपास की कम होती कीमतों में सुधार हुआ है।
अहमदाबाद स्थित कपास का कारोबार करने वाली कंपनी के मालिक अरुण दलाल ने कहा, ‘पिछले सप्ताह कपास की कीमतें घट कर 21,200 रुपये से 21,300 रुपये हो गई थी। हालांकि, सीसीआई द्वारा खरीद किए जाने की खबर से कीमतें बढ़ कर सोमवार को 23,000 रुपये प्रति कैंडी हो गईं। बाद में फिर कीमतों में प्रति कैंडी 200 रुपये से 300 रुपये की गिरावट आई। यह 22,600 रुपये से घट कर 22,300 रुपये प्रति कैंडी के स्तर पर आ गईं।’
कपास की कीमतें 21,200 रुपये से कम होने के बाद फिर से बढ़ने के बारे में दलाल ने बताया कि उत्तर भारत की सूत बनाने वाली कंनियों द्वारा कम खरीदारी किए जाने से कीमतों में गिरावट आई और सीसीआई के प्रवेश के बाद कीमतों की बढ़ोतरी में मदद मिली है।
उन्होंने कहा, ‘हालांकि, दक्षिण भारतीय मिलों द्वारा हड़ताल की घोषणा किए जाने के बाद मंगलवार को कीमतों में गिरावट आई।’ उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के मिलों ने बिजली की बाधित आपूर्ति और मुद्दों को लेकर एक दिन का हड़ताल करने का निर्णय लिया है। गुजरात में प्रति दिन 30,000 से 32,000 गांठों की आवक हो रही है और अनुमान है कि आने वाले दिनों में इसमें बढ़ोतरी होगी।