हाजिर बाजार में मांग फीकी होने के कारण शुक्रवार को एमसीएक्स और एनसीडीईएक्स दोनों जगह धनिया के वायदा मूल्य में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
एमसीएक्स में सबसे अधिक सक्रिय अक्टूबर सौदे की कीमत में 2.5 प्रतिशत की गिरावट आई और इसका कारोबार 8,800 रुपये प्रति क्विंटल पर किया गया। वहीं एनसीडीईएक्स में सितंबर के सौदे में 2 प्रतिशत की कमी आई और कारोबार 8,860 रुपये प्रति क्विंटल पर हुआ।
दिलचस्प बात यह कि सितंबर सौदे की कारोबारी मात्रा एमसीएक्स में 690 टन थी तो एनसीडीईएक्स में 260 टन धनिया का कारोबार किया गया। कार्वी कॉमट्रेड के विश्लेषक सी. रेड्डी ने कहा कि पिछले 8 महीनों के दौरान हाजिर बाजार में कीमतें लगातार बढ़कर 3,000 रुपये प्रति क्विंटल से 10,000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई हैं। इससे मांग बुरी तरह प्रभावित हुई है। क्योंकि इस मूल्य स्तर पर कोई भी खरीदारी करने को तैयार नहीं हैं। देश के धनिया कारोबार के प्रमुख केंद्र कोटा में कम आवक के साथ-साथ मांग में आई कमी से मूल्यों में गिरावट को समर्थन मिल रहा है।
विशेषज्ञों ने बताया कि हाजिर बाजार से वायदा बाजार भी प्रभावित हुआ है और यही वजह है कि एक्सचेंजों में कारोबारी गतिविधियों में कमी आई है। उनके मुताबिक, अक्टूबर में धनिया की बुआई की शुरुआत होने तक मूल्य नकारात्मक दायरे में रहने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि भारत धनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है। इसने वर्ष 2008-09 के पहले दो महीनों में 6,750 टन का निर्यात किया है जो पिछले साल की समान अवधि से 48 प्रतिशत अधिक है।