अमेरिकी कृषि विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत का कॉफी उत्पादन वर्ष 2008-09 के सत्र में 2.8 लाख टन रहने का अनुमान है, जो कॉफी बोर्ड के अनुमान से चार प्रतिशत कम है।
विभाग ने यह भी भविष्यवाणी की है कि भारत का कॉफी निर्यात वैश्विक वित्तीय संकट से आंशिक तौर पर प्रभावित होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि यद्यपि भारत के कॉफी बोर्ड ने वर्ष 2008-09 में कॉफी उत्पादन 2,93,000 टन रहने का अनुमान रखा है, लेकिन इसे संशोधित करते हुए कुछ कम किया जा सकता है क्योंकि सत्र के उत्तरार्ध में कम बारिश से यह फसल प्रभावित हुई है।
निर्यात के संदर्भ में विभाग ने कहा है कि भारत का शिपमेंट घटकर वर्ष 2008-09 में 2.25 लाख टन रह सकता है, जो पिछले वर्ष में 2.31 लाख टन था। रिपोर्ट में कहा गया है कि आशंका है कि मौजूदा वैश्विक वित्तीय संकट तथा आर्थिक मंदी वर्ष 2008-09 में भारत के काफी निर्यात को प्रभावित कर सकता है।
इसके अलावा यह भी कहा गया है कि बढ़ते माल भाड़े और अधिक घरेलू परिवहन लागत काफी के निर्यात को प्रभावित कर रहा है। कॉफी बोर्ड द्वारा जारी किए गए निर्यात परमिट के आधार पर पुनर्नियात सहित कॉफी का निर्यात वर्ष 2007-08 के सत्र में करीब 2.31 लाख टन रहा।
इसमें कहा गया है कि कुल निर्यात में से अरेबिका का करीब 70,000 टन, रोबस्टा का 1.12 लाख टन और सॉल्युबल कॉफी 49,000 टन रहा। भारतीय काफी के प्रमुख निर्यातकों में इटली, रूस, जर्मनी, बेल्जियम, स्पेन, फिनलैंड, यूक्रेन, क्रोएशिया और स्लोवेनिया शामिल हैं।