मौजूदा कॉफी सीजन के शुरुआती दो महीनों (अक्टूबर से नवंबर तक) में कॉफी का वैश्विक निर्यात एक फीसदी घटकर 1.414 करोड़ बोरी (1 बोरी=60 किलोग्राम) रह गया।
इस दौरान भारत का कॉफी निर्यात भी 9.6 फीसदी बढ़कर 3 लाख बोरी हो गया। उल्लेखनीय है कि कॉफी सीजन अक्टूबर से अगले साल सितंबर तक चला करता है।
भारत के कुल कॉफी निर्यात में 2.27 लाख बोरी रोबस्टा किस्म की, जबकि 81.6 हजार बोरियां मिल्ड कॉफी की होती है। अंतरराष्ट्रीय कॉफी संघ (आईसीओ) के वक्तव्य में यह बात कही गई है।
वक्तव्य के मुताबिक, वैश्विक कॉफी निर्यात में गिरावट की वजह इंडोनेशिया के कॉफी निर्यात में हुई कमी रही। दुनिया के शीर्ष कॉफी निर्यातकों में शामिल इंडोनेशिया का निर्यात अक्टूबर और नवंबर के दौरान महज 7.25 लाख बोरियों का रहा। मालूम हो कि पिछले सीजन की समान अवधि में 9.45 लाख बोरी कॉफी का निर्यात हुआ था।
इतना ही नहीं कैमरून, कांगो और पपुआ न्यूगिनी जैसे निर्यातकों का निर्यात भी इस दौरान घटा है। हालांकि दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक ब्राजील का निर्यात इन दो महीनों में 15.38 फीसदी ऊपर गया है। इसने इस दौरानर 54 लाख बोरियों का निर्यात कियाय है।
आईसीओ के अनुसार, उगांडा, तंजानिया और इक्वेडोर का कॉफी निर्यात क्रमश: 4.45 लाख, 97.3 हजार और 61.5 हजार बोरी ऊपर चढ़ा। कॉफी की अंतरराष्ट्रीय कीमतों के बारे में संस्था ने बताया कि वित्तीय संकट के चलते पहले दो महीनों में इसकी कीमत में 17 फीसदी की कमी हुई है।