प्रबंधन में बदलाव के बाद नैशनल कमोडिटी ऐंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) उत्पादों के विविधीकरण में जुट गया लगता है।
कारोबार में उन्नति की नीति के तहत एनसीडीईएक्स अपने कॉटन, कॉफी और अरंडी के वायदा कारोबारों को नए सिरे से शुरू करना चाहता है। यह एक्सचेंज कोयले और गोल्ड गीनिया करारों को लॉन्च करने की प्रक्रिया में भी लगा हुआ है।
एनसीडीईएक्स के नव नियुक्त प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर रामासेशन ने कहा, ‘कॉफी के मामले में हम पिछले वर्ष अच्छा नहीं कर पाये, लेकिन हम इसे अधिक सक्रिय बनाना चाहते हैं। इसके अतिरिक्त अरंडी और कॉटन करारों में भी मजबूती लायी जाएगी।’ उन्होंने कहा, ‘कृषि क्षेत्र में एनसीडीईएक्स की अच्छी मौजूदगी है। दैनिक कारोबार में कृषि जिंसों की हिस्सेदारी लगभग 85 से 90 प्रतिशत की है।
अपने कारोबार को और सुदृढ़ बनाने के लिए हम इन करारों को नए सिरे से शुरू करना चाहते हैं।’ यह एक्सचेंज कृषि और गैर कृषि उत्पादों के करारों को लॉन्च कर अपने उत्पादों के पोर्टफोलियों में विस्तार करेगा। कार्बन ट्रेडिंग एक अन्य उत्पाद है जो एक दिलचस्प पोर्टफोलियों के रूप में उभर कर आ रहा है। उन्होंने कहा कि एक्सचेंज कार्बन करारों पर भी ध्यान देगा।
अपने कुछ कृषि जिंसों के करारों को नए सिरे से शुरु करने के अतिरिक्त एनसीडीईएक्स कोयला और गीनिया गोल्ड के करार भी लॉन्च करने की दिशा में कार्यरत है। एक्सचेंज पहले ही कोयले के करारों के लिए एफएमसी को आवेदन कर चुका है और फिलहाल कमोडिई बाजार नियामक की अनुमति का इंतजार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हम गीनिया गोल्ड करार लेकर आने की प्रक्रिया में हैं। एनसीडीईएक्स के मुख्य व्यावसायिक अधिकारी ने कहा, ‘हमलोगों को यथोचित बुनियादी व्यवस्था करनी होगी और कम से कम 100 डिलीवरी केंद्र करार के लॉन्च होने से पहले तैयार करने होंगे।