ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल के दूसरे दिन ही उत्तर प्रदेश से ट्रांसपोर्ट यूनियन और ट्रक मालिकों के बीच झड़प की खबरें आ रही हैं।
बीच रास्ते में ट्रक रोके जाने से नाराज लोगों ने अपना गुस्सा ट्रक ऑपरेटर यूनियन के अधिकारियों पर निकालना शुरु कर दिया है। दूसरी ओर, पेट्रोलियम पदार्थों की ढुलाई करने वाले टैंकर चालकों ने भी हड़ताल की धमकी दी है जिससे प्रदेश के पेट्रोल पंप मालिकों की चिंताएं बढ़ गयी हैं।
लखनऊ में आज गुरुवार को जब ट्रक ऑपरेटर यूनियन के लोगों ने कानपुर रोड पर ट्रकों को जबरदस्ती रोकना चाहा तो उनकी पिटाई की गयी। यूनियन के पदाधिकारियों ने इस मामले की शिकायत पुलिस में करने के साथ ही साफ कर दिया है कि किसी भी हालत में ट्रकों को सड़कों पर चलने नहीं दिया जाएगा। इस घटना के बाद ट्रक ऑपरेटरों ने एकजुट होकर लखनऊ जाने वाले कई अन्य रास्तों पर ट्रकों की कतार लगवा दी। फल मंडी काकोरी और मलिहाबाद जाने से ट्रकों को कई जगह रोका गया।
दुबग्गा थोक सब्जी मंडी में गुरुवार को ट्रकों की आमद पर काफी बुरा असर पड़ा और शाम तक केवल एक दर्जन ट्रकों से ही माल उतर सका है। थोक सब्जी व्यापारियों के मुताबिक, यह माल भी स्थानीय किसानों और आढ़तियों का है। बाहर से आने वाले ट्रकों की आवक गुरुवार से बिलकुल ही बंद हो गयी है। जल्दी सड़ने वाली सब्जियों की कीमत बाजार में तेजी से बढ़ गयी है। दुबग्गा सब्जी मंडी में ट्रकों की आमद घटने से आढ़तियों ने सब्जी की कीमतें बढ़ा दी हैं।
हालांकि खुदरा बाजारों में दशहरी आम की कीमतें घटी हैं। इसकी कीमत 20 रुपये से घटकर 12 रुपये और थोक बाजार में 16 रुपये से घटकर 9 रुपये पर आ गिरी हैं। इसके उलट आलू ,लहसुन और प्याज की कीमत दो से चार रुपए तक चढ़ गयी है। गल्ला मंडी के थोक व्यापारियों का कहना है कि हड़ताल अगर वापस नहीं होती है तो आटा सहित चावल और दाल की कीमतें अगले दो दिनों में बढ़ जाएंगी।
बाजार पहले से ही माल भाड़ा बढ़ने से महंगा हो गया था पर अब इस हड़ताल ने हालात और भी खराब कर दिए हैं। इधर थोक मंडियों में सबसे ज्यादा तेजी खाद्य तेलों के भाव में देखी जा रही है। माल भाड़ा बढ़ने से खाद्य तेलों के भाव में 10 से 14 रुपये प्रति किलो की तेजी देखी जा रही है।