निर्यात की भारी मांग और जीरे की कम आपूर्ति की वजह से घरेलू वायदा बाजार की शुरुआती कारोबार में जीरे का मूल्य दो प्रतिशत के ऊपरी सर्किट को छू गया।
कार्वी कॉमट्रेड शोध प्रमुख हरीश जी ने कहा, ‘मांग और आपूर्ति की असमानता के कारण जीरे के भाव में तेजी देखी जा रही है। फिलहाल जीरे के सीजन की समाप्ति की वजह से आपूर्ति कम हो रही है जबकि निर्यात की मांग में दिन प्रतिदिन वृध्दि हो रही है।’
एनसीडीईएक्स पर सुबह के 10.30 बजे जुलाई के सौदे का भाव दो प्रतिशत के ऊपरी स्तर को छू गया, इसका कारोबार 11,237 रुपये प्रति क्विंटल पर किया जा रहा था। अन्य दो करारों में भी तेजी देखी गई। सितंबर और अक्टूबर के सौदे के मूल्यों में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई और इनके कारोबार क्रमष: 11,733 रुपये और 11,920 रुपये पर किए जा रहे थे।
जीरा कारोबारियों के अनुसार इस वर्ष निर्यात के बेहतर आसार हैं क्योंकि ऐसा अनुमान है कि विश्व के शेष हिस्सों में जीरे का उत्पादन 30 प्रतिशत कम होगा। तुर्की, सीरिया और इरान में कम बारिश के कारण जीरे के उत्पादन पर प्रभाव पड़ा है। उन्होंने का कि कीमतें सस्ती होने के कारण निर्यातक भारत से जीरे की खरीदारी भारी मात्रा में कर रहे हैं। जीरे का भारतीय मूल्य 2,600 डॉलर प्रति टन है जबकि सीरिया और तुर्की के मूल्य 3,600 से 3,800 डॉलर प्रति टन बताए जा रहे हैं।
हरीश ने कहा कि शॉर्ट कवरिंग के कारण भी मूल्य में वृध्दि हुई है। उन्होंने कहा, ‘हालिया बिकवाली से निवेशकों ने अपने वर्तमान शॉर्ट पोजीशन को कवर करना शुरु कर दिया जिससे मूल्यों में बढ़ोतरी हुई है।’ गुजरात के ऊंझा बाजार में जीरे का हाजिर मूल्य 10,518.75 रुपये प्रति क्विंटल था। दिलचस्प बात यह है कि सितंबर के सौदे में अन्य दो सौदों की तुलना में बेहतर ओपन इंट्रेस्ट (8,427) देखे गए।
सोने में गिरावट
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में मजबूती के बावजूद शुक्रवार को घरेलू वायदा बाजार में सोने की कीमतों में मामूली गिरावट का रुख रहा। एमसीएक्स में अगस्त डिलीवरी के लिए वायदा भाव घटकर 12,096 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं अक्तूबर डिलीवरी के लिए भाव 12,149 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा।
विशेषज्ञों के मुताबिक, हाल के दिनों में सोने और कच्चे तेल के बीच के संबंध कमजोर पड़ गए हैं जिससे कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बावजूद सोने में अधिक तेजी नहीं आई है। उधर, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में जुलाई डिलीवरी के लिए कच्चे तेल की कीमत 0.09 फीसदी बढ़कर 136.83 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एसएमसी ब्रोकरेज की विश्लेषक वंदना भारती ने कहा कि इन दिनों कच्चे तेल की कीमतों का सोने के भाव पर मामूली असर पड़ता दिख रहा है।