इस साल चीन के रबड़ उत्पादन में 8 फीसदी इजाफा होने की उम्मीद है। दरअसल, ऐसा प्राइवेट प्लांटेशन के विस्तारीकरण से हुआ है और रबड़ का कुल उत्पादन 650,000 टन तक पहुंचने की उम्मीद है। साथ ही 2010 तक चीन अपना उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा करने की जुगत में है। गौरतलब है कि दुनिया में सबसे ज्यादा रबड़ की खपत चीन में ही होती है। ऐसे में वहां उत्पादन में वृद्धि करना मजबूरी भी है। लिहाजा, प्राइवेट प्लांटेशन के विस्तारीकरण के साथ-साथ इसे तकनीक से लैस भी किया जा रहा है, ताकि उत्पादन में वृद्धि हो। इसके बावजूद चीन को रबड़ का आयात करना पड़ता है, क्योंकि देश में टायर निर्माण उद्योग काफी तेजी से फल-फूल रहा है और रबड़ की मांग में बढ़ोतरी हो जाती है। यही वजह है कि चीन में 15 फीसदी की दर से बढ़ रहे टायर उद्योग को रबड़ की आपूर्ति के लिए रबड़ के पैदावार में 9 फीसदी की दर से वृद्धि करनी होगी।
