सप्लाई चेन के बनाए रखने और बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने की खातिर चीन इस साल अनाज व अन्य खाद्य सामग्री का आयात बढ़ा सकता है।
चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय के बयान के मुताबिक, चीन ने 2008 में खाद्य सुरक्षा को मुख्य प्राथमिकता घोषित किया है।
मंत्रालय का कहना है कि देश में अतिरिक्त अनाज का इंतजाम रहेगा। साथ ही देसी खपत के लिए मीट और कुकिंग ऑयल की भी कमी नहीं होने दी जाएगी।
चीन घरेलू बाजार में खाद्य पदार्थो सप्लाई चेन को दुरुस्त करने के लिए कोशिश में जुटा हुआ है क्योंकि इन चीजों की बढ़ती कीमतों केचलते महंगाई की रफ्तार 11 साल में सर्वाधिक हो गई है।
स्थानीय अधिकारियों और खाद्य तेल उत्पादकों से कहा गया है कि वे पर्याप्त स्टॉक रखें। सरकार ने ये भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर आयात टैरिफ कम की जाएगी।
फरवरी में चीन का कंस्यूमर प्राइस इंडेक्स 8.7 फीसदी पर पहुंच गया है। उधर, वित्त मंत्रालय ने कहा है कि सोयाबीन के आयात पर लगने वाला एक फीसदी का शुल्क अभी जारी रहेगा।
गौरतलब है कि अक्टूबर 2007 में इसे 3 फीसदी से घटाकर एक फीसदी कर दिया गया था।