20 मार्च को आपूर्त्ति की जाने वाली मिर्च (334 किस्म) की कीमत में 450 रुपये बढ़त देखी गई और इसकी कीमत 4,250 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई।
हालांकि सोमावार को इसी किस्म की हाजिर कीमत 3,800 रुपये प्रति क्विंटल रही, जोकि पिछले हफ्ते की कीमत से 200 रुपये प्रति क्विंटल कम है।
विश्लेषकों का मानना है कि मिर्च की आवक बढ़ने की वजह से इसकी हाजिर कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। बाजार सूत्रों के मुताबिक, किसान की ओर से प्रतिदिन 100 ट्रक माल की आवक मंडी में हो रही है।
दरअसल, किसान अपने माल को कोल्ड स्टोरेज में रखने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। यही वजह है कि मिर्च की कीमत में गिरावट दर्ज की जा रही है।
यही नहीं, करीब एक लाख बैग मिर्च पहले से ही कोल्ड स्टोरेज में रखा हुआ है।
देशी किस्म की मिर्च की कीमत 6,400 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई, जबकि तेजा किस्म की कीमत 3,300 से 4,300 रुपये प्रति क्विंटल रही।
इसी तरह वारंगल में तेजा किस्म के मिर्च की कीमत 3,700 से 4,400 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई।
सोमवार को गुंटूर के बाजार में 47,867 क्विंटल नई मिर्च की आवक हुई। पिछले हफ्ते मिर्च की बिकवाली 32,865 क्विंटल (सोमवार), 29,292 क्विंटल (मंगलवार), 26,136 क्विंटल (बुधवार) और 35,339 क्विंटल (शुक्रवार) हुई थी।
पिछले हफ्ते सामान्य किस्म की मिर्च की न्यूनतम कीमत 2,500 रुपये प्रति क्विंटल थी, जिसमें 200 रुपये की गिरावट दर्ज की गई। इसी तरह अच्छी किस्म की कीमत पिछले हफ्ते 4000 रुपये प्रति क्विंटल थी।
स्पेशल किस्म की मिर्च की कीमत पिछले हफ्ते 3,500 से 4,900 रुपये प्रति क्विंटल पर हुई थी, जो सोमवार को गिरकर 38,00 से 4,300 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई।
बादिगी किस्म की कीमत 3,800 से 4,200 रुपये प्रति क्विंटल रही, वहीं नंबर 273 किस्म की मिर्च की कीमत 3,500 से 3,800 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई।
तेजा किस्म की बात करें, तो सोमवार को इसकी कीमत 4,200 से 4,300 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई।
उधर, किसान और व्यापारी बाजार में पुरानी मिर्च को नहीं ला रहे हैं। यार्ड सलेक्शन ग्रेड के सचिव एम. शिवरामाई ने बताया कि निर्यात के लिए अभी कोई आर्डर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में बिहार और देश के अन्य बाजारों में मिर्च की आपूर्र्ति की जा रही है।