आवक केचलते पिछले हफ्ते मिर्च वायदा में नरमी देखी गई थी, लेकिन इस हफ्ते इसके तेज होने के आसार हैं।
हालांकि त्योहारों के चलते बुधवार के बाद से बाजार बंद रहेगा, लेकिन कमोडिटी विशेषज्ञों का कहना है कि इस वजह से मिर्च की कीमतों में गिरावट नहीं आएगी। उनका कहना है कि मुख्य रूप से पाकिस्तानी कारोबारियों की तरफ से होने वाली खरीदारी के चलते कीमतों को समर्थन मिलेगा।
एजेंल कमोडिटी के विशेषज्ञ ने कहा – हालांकि मिर्च की कीमत में 50 रुपये की गिरावट की आशंका जताई जा रही है, लेकिन मंडी बंद होने से पहले इसकी रिकवरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अप्रैल वायदा को 4241 रुपये प्रति क्विंटल पर समर्थन मिलेगा और बाजार इस स्तर पर पहुंचने की कोशिश करेगा।
पिछले हफ्ते रोजाजना औसतन एक लाख बैग (40 किलो प्रति बैग) की आवक हुई जबकि इससे पहले के हफ्ते में यह 40-70 हजार बैग के स्तर पर थी। सूत्रों ने बताया कि गिरती कीमतों की वजह से व्यापारी मंडी में स्टॉक नहीं ला रहे थे। नैशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज में मिर्च का अप्रैल वायदा 4011 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ जबकि इससे पहले के हफ्ते में यह 4474 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर था। इस तरह इसमें 10.35 फीसदी की गिरावट देखी गई।