अंतरराष्ट्रीय बाजार में यूरो के मुकाबले डॉलर के कमजोर पड़ने की वजह से सोने की कीमतों में उछाल दर्ज किया गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि निवेशक डॉलर के कम होते मूल्य की वजह से सोने में निवेश को ध्यान में रखकर खरीदारी कर रहे हैं।
लंदन में तुरंत आपूर्ति किए जाने वाले सोने के मूल्य में 0.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और यह रिकार्ड ऊंचाई 991.68 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच गया। यही नहीं, कच्चे ततेल की कीमतों में भी उछाल देखा गया और यह भी रिकार्ड 105 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया।
अमेरिकी बाजार में अप्रैल के लिए आपूर्ति किए जाने वाले सोने का मूल्य 995.20 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच गया है, जो सोने का अब तक का सबसे अधिक मूल्य है। उधर, डॉलर यूरो के मुकाबले अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है और यह 1.5307 डॉलर प्रति यूरो तक पहुंच गया।
येन के मुकाबले भी डॉलर में गिरावट दर्ज की गई और अब एक डॉलर की कीमत 103.72 येन तक पहुंच गया।
डॉलर की कीमत में गिरावट सिंतबर माह में तब शुरू हुई, जब अमेरिकी सबप्राइम संकट के बाद फेडरल रिजर्व के चेयरमैन बेन एस बरनानके ने ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की थी।
