कोल इंडिया की सहायक इकाई भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने कोल बेड मीथेन (सीबीएम) निकालने के लिए अहमदाबाद की प्रभा एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के साथ संयुक्त उद्यम बनाया है। दोनों कंपनियों ने झारखंड के झरिया ब्लॉक-1 के लिए 1,800 करोड़ रुपये के राजस्व साझा करने के कॉन्ट्रैक्ट पर हस्तक्षर किया है।
बीसीसीएल जमीन की लागत के रूप में 370 करोड रुपये निवेश करेगी और शेष लागत का बोझ सीबीएम डेवलपर प्रभा एनर्जी उठाएगी। यह ब्लॉक बीसीसीएल के पास है।
कंपनी ने कहा कि झरिया सीबीएम ब्लॉक-1 में करीब 25 अरब घन मीटर (बीसीएम) संसाधन है और औसत उत्पादन रोजाना 13 लाख मीट्रिक मानक घन मीटर तक बढ़ाया जाएगा।
इस परियोजना पर 3 चरणों में काम होना है। पहले चरण में कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर होने के 2 साल तक अन्वेषण का काम होगा और उसके बाद 3 साल तक प्रायोगिक चरण चलेगा। उसके बाद 30 साल तक उत्पादन का चरण होगा।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि सीआईएल को उम्मीद है कि पहले दो चरणों का काम निर्धारित समय से पहले पूरा कर लिया जाएगा और योजना से पहले से ही उत्पादन शुरू हो जाएगा।
इसमें आगे कहा गया है कि सीबीएम का एक्सट्रैक्शन सीआईएल की स्वच्छ कोयला पहल के तहत विविधीकरण पोर्टफोलियो का हिस्सा है। इस अखबार को दिए साक्षात्कार में सीआईएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक प्रमोद अग्रवाल ने कहा था कि सीबीएम कंपनी की विस्तार योजना का हिस्सा है।
