भारत ने जून में एक महीने पहले की तुलना में 14.96 फीसदी अधिक पाम तेल का आयात किया है। पाम तेल के निर्यात पर इंडोनेशिया के प्रतिबंध के प्रभाव को कम करने के लिए भारत ने मलेशिया, थाईलैंड और पापुआ न्यू गिनी से पाम तेल की खरीद बढ़ा दी है।
सॉल्वेन्ट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ने बताया कि भारत ने जून में 5,90,921 टन पाम तेल का आयात किया है। जबकि मई में उसने 5,14,022 टन पाम तेल का आयात किया था। भारत में खाद्य तेल की खपत विश्व में सबसे अधिक है।
पाम तेल के सबसे बड़े उत्पादक और निर्यातक देश इंडोनेशिया ने अपने यहां बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने के लिए 28 अप्रैल को पाम तेल के निर्यात पर रोक लगा दी थी। उसने 23 मई से दोबारा निर्यात की अनुमति दी लेकिन घरेलू आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नियम भी लागू कर दिए।
भारत के पाम तेल का आयात वनस्पति तेल उद्योग के 15 फीसदी के अनुमान के अनुरूप है। भारत का अधिक मात्रा में पाम तेल खरीदना मलेशियाई पाम तेल वायदा को सहारा दे सकता है। जुलाई में कमजोर निर्यात के कारण बुधवार को मलेशियाई पाम तेल वायदा 6 फीसदी से अधिक नीचे लुढ़क गया। चीन में कोरोना के नए स्वरुप के मामले बढ़ने लगे है। नए सिरे से प्रतिबंध लगने की आशंका के कारण डालियन तेल में बिकवाली आई है।
कीमतों में आवश्यक सुधार के कारण जुलाई में भारत का पाम तेल आयात 10 महीने में अपने उच्चतम स्तर तक पहुंच सकता है। इंडोनेशिया ने भी उष्ण कटिबंधीय पाम तेल का अधिक निर्यात करने की मंजूरी दे दी है।
भारत का सूरजमुखी तेल का आयात जून में बढ़कर 1,19,558 टन हो गया है जो मई में 1,18,482 टन था। एसईए ने कहा कि सोयाबीन तेल का आयात जून में गिरकर 2,30,992 टन पर आ गया है जो एक महीने पहले 3,73,043 टन था।
