मेरे ऑफिस में एक मजाक बन गया है कि संपादकीय बैठक में जब स्टोरी आइडिया पर बात हो रही होगी तो रोहिन की ओर से दो गाड़ियों की तुलना करने का ही आइडिया आएगा।
अगर कोई कार बीएमडब्ल्यू की हो तो फिर क्या कहना? हालांकि, मैंने ऐसा कभी सोचा नहीं लेकिन मेरे बारे में लोगों की ऐसी ही राय बन गई है। आप ही बताइए कि किसी को पसंद करना क्या बुरा होता है?
मुझे भी अगर बीएमडब्ल्यू पसंद है तो फिर इसमें क्या बुराई है। इसका यह मतलब नहीं निकालना चाहिए कि कारों की तुलना करते वक्त मैं बीएमडब्ल्यू को कोई छूट देने जा रहा हूं।
जिन कारों की मुझे तुलना करनी थी,उनमें से एक थी, ऑडी ए-6 3.0 टीडीआई। इस कार का मैं तभी से दीवाना हूं जब तकरीबन 9 महीने पहले मैंने इसे पहली बार चलाया था।
बीएमडब्ल्यू 530 डी हाइलाइन में बिताए शुरुआती 10 मिनटों में मुझे एहसास हो गया कि प्रीमियम डीजल सैलून में मुकाबला और कांटे का हो गया है। वैसे विजेता का फैसला करना बेहद मुश्किल है। क्योंकि बीएमडब्ल्यू 530 डी के आने से ए-6 टीडीआई के लिए मुश्किल चुनौती आने वाली है।
वैसे 525 डी हर मामले में ए-6 को टक्कर देती है लेकिन पावर के मामले में यह कार थोड़ा उन्नीस पड़ जाती है। लेकिन कुल मिलाकर मुकाबला बेहद दिलचस्प होने जा रहा है।
डिजाइन में भारी ऑडी
बारिश के मौसम में पहियों और उनके आस पास लगी धूल के साथ आकर पानी मिल जाता है। तेज बारिश में खासकर भारतीय सड़कों पर तो स्थिति और मुश्किल हो सकती है।
जिस सफेद बीएमडब्ल्यू का हमने टेस्ट किया वह एकदम साफ थी, लेकिन कुछ किलोमीटर के फासले पर जाकर ही यह गंदी हो गई। इसका डिजाइन बनाया गया है कंप्यूटर की मदद से। इसी वजह से तो यह कार इतनी खूबसूरत है।
इसका एयरो डाइनेमिक्स तो कमाल का है। इसके दोनों अगले दरवाजों पर लगा डिजाइन भी काफी मस्त है। डिजाइन के मामले में तो ऑडी ए-6 इससे 20 ही साबित होती है। यह उन लोगों को जरूर पसंद आएगी, जो सौम्यता और परिपक्वता के दीवाने हैं। आपके लिए इसका कार को नजरअंदाज करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है।
आराम पर है जोर
इंटीरियर बीएमडब्ल्यू की खासियत रही है। इसमें कुछ बदलाव तो किए गए हैं लेकिन बहुत कुछ पुराने बीएमडब्ल्यू कारों जैसा ही है। इसका स्टियरिंग कॉम्पैक्ट और स्पोर्टी है। पकड़ बनाने में आसानी होती है। इसका एहसास आप यू टर्न लेते वक्त कर सकते हैं।
इसके अलावा कार की और भी बहुत सारी चीजें सुविधाजनक हैं। इसमें शानदार मैटिरियल लगा है। नॉब और बटन भी बढ़िया तरह से फिट किए गए हैं। ड्राइविंग सीट बहुत ही आरामदायक है और इसकी सीटें सफर को और बढ़िया बना देती हैं।
हमारी कार में नाइट विजन सिस्टम भी मौजूद था। मुझे इसकी सबसे बड़ी खासियत कार का आई ड्राइव सिस्टम लगी जो अब और ज्यादा बेहतर हो गया है। अगर आपने ऑडी की म्यूजिक सिस्टम के साथ काफी वक्त बिताया है तो इसके कायल हुए बिना नहीं रह सकते। कार में लेगरूम भी ठीक ही है।
कुल मिलाकर आराम के मामले में कार शिकायत का मौका नहीं देती है। लेकिन कार में जगह की कुछ किल्लत महसूस हो सकती है। वहीं ऑडी इस मामले में कुछ बेहतर स्थिति में नजर आती है। ऑडी में पिछली सीट पर तीन लोग आराम से बैठ सकते हैं।
आगे की सीटें भी मखमली हैं और इन पर बैठकर सफर करने से सफर और शानदार हो जाता है। इसमें हर चीज बढ़िया ढंग से फिट हो जाती है और आप इसमें कोई भी ऐसी चीज नहीं पा सकते जो इसमें बेहतर तरीके से फिट नहीं हो सकती।
इसके रियर व्यू मिरर में नॉब को एडजस्ट करने में आपको खासी मशक्कत करनी पड़ सकती है। थोड़ी देर में ही आप यह महसूस करेंगे कि यह दरअसल एक ही ओर घूमने लायक डिजाइन किया गया है।
मेरे ख्याल से इसमें सबसे अच्छा पहलू जो काफी उपयोगी भी है, वह है इसका जबरदस्त म्यूजिक सिस्टम। हमारे पास टेस्ट ड्राइव के लिए जो कार आई उसमें नॉर्मल के साथ–साथ ऑप्शनल सस्पेंशन सेटअप भी है।
यह कहा जा सकता है कि इन कारों में बैठने के बाद आपको बेहद आराम का अनुभव तो होगा ही। इसके साथ ही आप इसकी ड्राइविंग करके खुद को बेहद खास महसूस कर सकेंगे।
किसमें कितना है दम?
बरसात के दिनों में किसी बेहद धीमी रफ्तार से आ रहे ट्रक से कीचड़ के छींटे तेजी से पड़ते हैं तो आपको यह लग सकता है कि ऐसे मौके पर ऑडी ही सबसे बेहतर होती है, ड्राइव करने के लिए।
इस कार के गियरबॉक्स से भी ज्यादा आवाज नहीं आती। इस कार को धीमी रफ्तार में ड्राइव करना भी काफी सुकून भरा होता है और इसके स्टियरिंग को भी बेहद आसानी से घुमाया जा सकता है। इसकी जेनॉन्स हेडलाइट की रोशनी इतनी तेज होती है कि सामने वाले की आंखें चौंध जाएं।
आप जैसे ही एक्सेलरेटर पर पांव रखते हैं तो आपको एक जबरदस्त ताकत का अहसास होता है और आपकी गाड़ी 4,000 आरपीएम को पार कर कब थर्ड गियर में चली गई पता भी नहीं चलता। जब आपको यह मालूम होता है तब तक आप 140 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से सफर कर रहे होते हैं।
तो क्या यह 1,400 पीएसआई पाइजो इंजेक्टर्स का कमाल है? या फिर यह 45.8 केजीएम के टॉर्क का कमाल है, जिसकी वजह से ऑडी कम से कम 1,400 आरपीएम पर भी चल जाती है? इस कार में दोनों ही खूबियां मौजूद हैं। इस कार के ताकतवर इंजन के बावजूद भी इसमें ज्यादा आवाज नहीं आती। इसके इंजन की जबरदस्त ताकत की वजह से यह कार 140 किमी प्रतिघंटा की तेज रफ्तार को कुछ पल में ही हासिल कर लेती है।
इससे इंजन की क्षमता का अहसास होता है। इसकी रफ्तार को 0-100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ने में 8.58 सेकंड का वक्त ही लगता है। यह 1,765 किलो वजन वाली कार बेहद तेज चलती है। वैसे बीएमडब्ल्यू 530 डी के सामने इसकी चमक–दमक बेहद फीकी पड़ जाती है।
हालांकि आपको यह अहसास होता है कि बीएमडब्ल्यू 530 डी में ऑडी ए6 की तरह ही इंजन की क्षमता है। इसकी वजह यह है कि इस कार का 50.5 केजीएम का टॉर्क भी ए6 के मुकाबले ज्यादा है और इसका कुल वजन 1650 किलो है जो ए6 के मुकाबले थोड़ा कम है।
वैसे, बीएमडब्ल्यू 530 डी का इंजन भी काफी जोरदार है। ऐसा ही बीएमडब्ल्यू एम5 के साथ भी होता है। जब कार 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही हो तो गाड़ी के शीशे को नीचे करते ही आपको इंजन की दहाड़ सुनाई देगी।
आप पाएंगे कि महज 3.5 सेकंड में गाड़ी की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटा हो जाती है। इस कार को 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ने में ऑडी के मुकाबले एक सेकंड कम ही लगता है। ऑडी में आपको ऐसा लगेगा कि जैसे उसे ड्राइव करते वक्त आपके हाथ बंध गए हैं जबकि बीएमडब्ल्यू में आपको यह अहसास होगा जैसे कोई बहुत ताकतवर चीज गाड़ी को आगे बढ़ा रही हो।
उसकी रफ्तार में कोई कमी नजर नहीं आती है। मसलन यह कार 220 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आसानी से चलती है। हालांकि इसकी सबसे ज्यादा रफ्तार 234 किलोमीटर प्रतिघंटा है और इस चरण तक आने में कार को थोड़ी दिक्कत तो महसूस होती ही है। इस मामले में ए6 काफी पीछे रह जाती है। तो आखिर बीएमडब्ल्यू में ऐसी क्या खूबी है?
ड्राइविंग की शुरुआत करने वालों के लिए सिक्स स्पीड गियरबॉक्स ज्यादा सहज मालूम होता है और इससे ड्राइव करने वाले ड्राइविंग के दौरान गाड़ी की पूरी ताकत अंदाजा लगा लेते हैं। जबकि दूसरी तरफ ऑडी कम और मध्यम रफ्तार पर भी शानदार प्रर्दशन करती है।
बीएमडब्ल्यू 530डी के जैसा शानदार प्रदर्शन आपने केवल ऑडी टीटी 3.2 या फिर वॉल्वो एस80 वी8 में ही देखा होगा। लेकिन कभी–कभी तो ऐसा लगता है कि यह तो इन दोनों के मुकाबले भी ज्यादा जबरदस्त है।
दरअसल बीएमडब्ल्यू देश में लग्जरी कार के बेहतरीन प्रदर्शन को फिर से परिभाषित कर रही है। लेकिन अगर आप इस गाड़ी को शहर के अंदर ही चलाना चाहते हैं तो आपको खासी दिक्कत महसूस होगी। इसकी वजह यह है कि इतने ताकतवर इंजन को अपने नियंत्रण में लाने में खासी मशक्कत करनी पड़ती है।
कैसी है इनकी सवारी
एक कार बेहद शांति की परिचायक है तो दूसरी कार पागलपन की हद तक की रफ्तार को दिखाती है। ऑडी को ड्राइव करते वक्त आपको महसूस होगा कि यह बेहद आसानी से घूमती है जबकि बीएमडब्ल्यू के सधे स्टीयरिंग की वजह से ऐसे मौके पर आपको पीछे की ओर धक्का लगने जैसा महसूस होगा।
इससे आपको यह भी अंदाजा होगा कि इसका एक्सेलरेटर ज्यादा कड़ा है। ऑडी के क्वाट्रो सिस्टम की वजह से ही इसके आगे और पीछे के पहिए में ताकत का एक बेहतरीन संतुलन बन जाता है और इसके एक्सेलरेटर पर आप जितना ज्यादा दबाव बनाएंगे इसमें उतना ही बेहतर संतुलन दिखेगा।
बीएमडब्ल्यू में स्टीयरिंग और रियर व्हील ड्राइव यूनिट में बेहतर तालमेल दिखता है। इसके जरिए आप यह परख सकते हैं कि कार की रफ्तार को बहुत तेज करके फिर उस पर अपनी पकड़ कैसे बनाई जाए।
दोनों कारों में सबसे जबरदस्त बात यह है कि गाड़ी की बेहद तेज रफ्तार होने के बावजूद भी गाड़ी ज्यादा कांपती नहीं है। हालांकि इस मामले में बीएमडब्ल्यू ही थोड़ी ज्यादा बेहतर मालूम होगी।
जहां तक कार में बेहतर ड्राइविंग का मामला है तो इसमें ऑडी, बीएमडब्ल्यू से एक कदम आगे ही दिखती है और यह बेहद चौंकाने वाली बात जान पड़ती है।
ऑडी की बनावट इतनी जबरदस्त है कि इसे अपने ट्यूबलेस टायर के साथ खराब रास्ते पर भी चलने में कोई दिक्कत नहीं आती है। आप इस कार भी ड्राइविंग करके इसकी प्रशंसा किए बिना नहीं रह सकेंगे।
ऑडी बेहद कम स्पीड में भी बहुत अच्छी तरह से चलती है, हालांकि यह नहीं कहा जा सकता कि यह गाड़ी की तेज रफ्तार में इससे कोई कमी आती है। जैसे–जैसे गाड़ी की रफ्तार में तेजी आती है वैसे ही सड़क पर इसकी रफ्तार तो देखने लायक होती है।
हालांकि बीएमडब्ल्यू के मामले में ऐसा नहीं है। इसे कम रफ्तार में चलाने में दिक्कत तो आती ही है और फिर कम रफ्तार से जैसे ही उसकी रफ्तार में बढ़ोतरी होती है, उसके बाद तो और भी ज्यादा दिक्कत महसूस होती है।
हल्की ऑडी को कम रफ्तार में चलाना बेहद आसान होता है वहीं भारी भरकम बीएमडब्ल्यू को धीमी रफ्तार में चलाने में आपको खासी मशक्कत करनी पड़ेगी।
क्या है फैसला
जी हां आप अब कह सकते हैं कि ए6 3.0टीडीआई अपनी सफलता को बरकरार रखेगी और निश्चित रूप से इसकी ड्राइविंग कार के दीवानों को बेहद भाएगी।
ऑडी का हर रोज का प्रदर्शन बेहद शानदार है और इसमें बेहद आरामदायक सवारी हो सकती है। यह कहा जा सकता है कि इस वक्त बाजार में हर तरह की खूबियों से लैस लग्जरी कार मौजूद है।
पिछली बार बीएमडब्ल्यू 525डी ने अपनी क्षमताओं से यह साबित करने की कोशिश की थी कि वह ऑडी की तरह ही है। लेकिन इस बार वह ऐसा साबित करने में बस थोड़ी सी ही चूक रही है।
इसकी वजह से ऑडी की जीत ज्यादा संभव लग रही है। सबसे अच्छी बात इस कार की यह है कि यह कार किसी भी रफ्तार में वादे के मुताबिक अपना बेहतरीन प्रदर्शन करती है।
जहां तक बीएमडब्ल्यू 530डी की बात है उसकी रफ्तार बहुत तेज है। यह इस प्रतियोगिता को जीत पाए या नहीं लेकिन यह कार की रफ्तार के दीवानों का दिल तो जीत ही लेती है। मुझे लगता है कि बीएमडब्ल्यू से लॉन्ग ड्राइव पर जाने का अपना ही मजा है।