द्रमुक ने लेक्चरर मामले में तमिलनाडु के राज्यपाल की कार्रवाई पर उठाए सवाल
| PTI / April 17, 2018 | | | | |
महिला लेक्चरर से जुड़ी यह घटना एक निजी कॉलेज अरूपूकोट्टई की है , यह कॉलेज सरकारी मदुरै कामराज विश्वविद्यालय ( एमकेयू ) से मान्यता प्राप्त है। महिला लेक्चरर ने कथित तौर पर छात्राओं को सलाह दी थी कि वह ज्यादा अंक और पैसे की एवज में ‘‘कुछ अधिकारियों के साथ तालमेल बिठाएं’’। आरोपी लेक्चरर की इस कथित सलाह को यौन संबंध बनाने के इशारे के तौर पर देखा जा रहा है।
द्रमुक के कार्यवाहक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा कि किसी विश्वविद्यालय के कुलपति ही सिर्फ मान्यताप्राप्त कॉलेजों के कर्मचारियों और छात्रों के मुद्दे को संबोधित कर सकते हैं न कि कुलाधिपति।
स्टालिन ने संवाददाताओं से कहा , “ इसलिए , सिर्फ कुलपति को इस मामले पर कार्रवाई करनी चाहिए थी। कोई यह नहीं समझ पा रहा कि विश्वविद्यालय का कुलाधिपति इस संबंध में कार्रवाई की पहल कैसे कर सकते हैं। ”
इस मामले पर पुरोहित ने एमकेयू के कुलाधिपति होने के नाते कल सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी आर सांतनम के नेतृत्व में ‘ उच्च स्तरीय जांच ’ कराए जाने की घोषणा की थी।
|