टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) : कारोबार बढ़ा, मुनाफा घटा
रोमिता मजूमदार / मुंबई 01 11, 2018
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 3.9 फीसदी घटकर 65.45 अरब रुपये रहा, वहीं उसकी आय 2.7 फीसदी बढ़कर 317.7 अरब रुपये रही, जो बाजार के उम्मीद के अनुरूप ही है। बड़े सौदों और नील्सन और रॉल्स रॉयस की ओर से डिजिटल क्षेत्र में खर्च बढ़ाने से कंपनी को थोड़ा सहारा मिला। हालांकि दूसरी तिमाही की तुलना में तीसरी तिमाही में कंपनी की आय 1 फीसदी बढ़कर 4.78अरब डॉलर रही। देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनी के डिजिटल सौदों में सालाना आधार पर 39 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई। टीसीएस की सालाना आय में डिजिटल कारोबार की हिस्सेदारी करीब 4 अरब डॉलर रही, जो कंपनी की कुल आय का 22.1 फीसदी है।
इससे तीसरी तिमाही में टीसीएस को अपना परिचालन मार्जिन में भी सुधार लाने में मदद मिली और यह 25.2 फीसदी पर रहा। इस दौरान कंपनी ने 94 ग्राहकों को अपने साथ जोड़ा। तीसरी तिमाही में टीसीएस ने 1667 कर्मचारियों को अपने साथ जोड़ा जिससे उसके कर्मचारियों की कुल संख्या बढ़कर 3,90,880 हो गई। विश्लेषकों ने कहा कि टीसीएस ने पारंपरिक तौर पर कमजोर रहने वाली तिमाही में बाजार की उम्मीदों के अनुरूप नतीजे दिए हैं और अपने मार्जिन को भी बरकरार रहने में सफल रही है।
प्रभुदास लीलाधर के आईटी विश्लेषक मधुु बाबू ने कहा, 'कुल मिलाकर नतीजे उम्मीद के अनुरूप ही रहे हैं। डिजिटल कारोबार के राजस्व में 13.9 फीसदी का इजाफा हुआ है। पहले नौ महीनों में कंपनी ने महज 3,600 लोगों को नौकरी पर रखा जबकि पिछले साल इस दौरान 24,000 भर्तियां की गई थी। ऐसा लगता है कि मार्जिन को बरकरार रखने के लिए कंपनी काफी कम नियुक्तियां कर रही है।'
ग्राहकों द्वारा पारंपरिक सेवाओं के बजट में कटौती करने से 2017 में भारतीय आईटी उद्योग में रोजगार विहीन वृद्धि देखी गई। यही वजह है कि कंपनी अब डिजिटल और क्लाउड सेवाओं पर ध्यान दे रही है और इन्हीं क्षेत्रों में नए इंजीनियरों की भर्ती पर ध्यान केंद्रित कर रही है। टीसीएस अपने तिमाही नतीजे घोषित करने वाली पहली बड़ी आईटी कंपनी है। इससे अन्य भारतीय आईटी कंपनियों का रुझान सामने आने की उम्मीद है। इन्फोसिस भी शुक्रवार को अपने तिमाही नतीजों का ऐलान करने वाली है। बहरहाल टीसीएस को उम्मीद है कि यह साल सकारात्मक रहेगा और पिछले साल की तुलना में बेहतर वृद्धि दर भी हासिल करने में वह सफल रहेगी। टीसीएस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी राजेश गोपीनाथन ने कहा, 'विभिन्न क्षेत्रों में समग्र कारोबारी भरोसा सुधर रहा है।'
टीसीएस को खुदरा एवं उपभोक्ता उत्पाद समूह से मिलने वाले राजस्व में पिछली तिमाही की तुलना में 6.4 फीसदी तेजी आई है जबकि ऊर्जा एवं उपयोगी क्षेत्र 8.5 फीसदी की दर से बढ़ा है लेकिन बीएफएसआई क्षेत्र का प्रदर्शन कंपनी के समग्र नतीजों से कम रहा है। गोपीनाथन को उम्मीद है कि आने वाले समय में मांग बढऩे से बीएफएसआई क्षेत्र का प्रदर्शन सुधरेगा। इलारा कैपिटल के आईटी विश्लेषक रवि मेनन कहते हैं, 'ऐसा लगता है कि टीसीएस को डिलिजेंट करार से राजस्व मिलना अभी शुरू नहीं हुआ है और प्रबंधन ने इसके बारे में कोई स्पष्टीकरण भी नहीं दिया है। सभवत: परंपरागत बड़े सौदे उतनी तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं और हम केवल उनकी रफ्तार पकडऩे की ही उम्मीद कर सकते हैं।' सीओओ एनजी सुब्रमण्यम ने कहा कि कंपनी को रॉल्स रॉयस, मार्क्स ऐंड स्पेंसर और नील्सन के साथ हुए सौदों से राजस्व मिलने जनवरी-मार्च तिमाही में शुरू हो जाएंगे।
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