आरकॉम सौदे को पीई निवेशकों की मंजूरी | किरण राठी / नई दिल्ली June 23, 2017 | | | | |
अनिल अंबानी के मालिकाना हक वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस की तरफ से अपनी टावर संपत्तियां कनाडा की ब्रुकफील्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेचने का सौदा पूरा होने वाला है क्योंकि प्राइवेट इक्विटी निवेशकों व हेज फंड मैनेजरों ने इस सौदे को मंजूरी दे दी है। 11,000 करोड़ डॉलर के इस सौदे का ऐलान दिसंबर में हुआ था और इसे हर तरह की मंजूरी करीब-करीब हासिल हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, एनएसआर पार्टनर्स, एचएसबीसी डेयजी इन्वेस्टमेंट्स (मॉरीशस), जॉर्ज सोरोस क्वांटम फंड्स, गैलियॉन ऐंड ड्रॉब्रिज टावर्स जैसे पीई निवेशकों और हेज फंड मैनेजरों ने इस सौदे के लिए रिलायंस कम्युनिकेशंस को अपनी मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी ने टावर सौदे के जल्द पूरा होने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
पीई निवेशकों व हेज फंड मैनेजरों के पास रिलायंस कम्युनिकेशंस की टावर इकाई रिलायंस इन्फ्राटेल की 4.26 फीसदी हिस्सेदारी है। टावर इकाई की हिस्सेदारी बिक्री से रिलायंस कम्युनिकेशंस का कर्ज 11,000 करोड़ रुपये कम हो जाएगा। संपर्क किए जाने पर रिलायंस कम्युनिकेशंस ने इस पर टिप्पणी करने से मना कर दिया। इस सौदे को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग, सेबी, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई है। सूत्रों ने कहा, एकमात्र मंजूरी नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की बची हुई है, जो इस मामले पर 28 जून को विचार कर सकता है। इसके अलावा लेनदारों की औपचारिक सहमति की प्रक्रिया भी जून के आखिरी हफ्ते में शुरू होगी।
केंद्रीय कैबिनेट भी अगले कुछ हफ्तों में इस सौदे पर विचार कर सकता है। सौदे के मुताबिक, ब्रुकफील्ड टावर कारोबार की 51 फीसदी हिस्सेदारी के लिए रिलायंस कम्युनिकेशंस को 11,000 करोड़ रुपये नकद देगी। रिलायंस कम्युनिकेशंस के पास 49 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी, जिसका बाद में मुद्रीकरण हो सकता है। यह बुनियादी ढांचा क्षेत्र में सबसे बड़ा एफडीआई सौदा होगा।
एयरसेल के साथ रिलायंस कम्युनिकेशंस के वायरलेस कारोबार के विलय पर हस्ताक्षर हुए हैं और इसकी घोषणा हुई है। इससे रिलायंस कम्युनिकेशंस के कर्ज में 14,000 करोड़ रुपये की और कमी आएगी। कर्ज में 45,000 करोड़ रुपये की और कमी के लिए रिलायंस कम्युनिकेशंस की योजना रियल एस्टेट बेचकर 10,000 करोड़ रुपये और जुटाने की है। सभी लेनदेन के बाद कंपनी का कर्ज 10,000 करोड़ रुपये रह सकता है। रिलायंस कम्युनिकेशंस ने रिलायंस सेंटर दिल्ली और डीएकेसी प्रॉपर्टी नवी मुंबई के लिए अभिरुचि पत्र मंगाया है। 4 एकड़ में फैले रिलायंस सेंटर की कीमत 700-800 करोड़ रुपये है। कंपनी का मानना है कि रेडी टु मूव प्रॉपर्टी कॉरपोरेट समूह व बैंकों को आकर्षित करेगी। मुंबई की संपत्ति 133 एकड़ में फैली है और इसकी कीमत 8,000-10,000 करोड़ रुपये है। सूत्रों ने कहा, दोनों संपत्तियों की बिक्री साल 2017 के आखिर तक पूरी हो सकती है। इन सौदों से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कर्ज की समाप्ति में किया जाएगा।
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