पेमेंट वॉलेट का कोई भविष्य नहीं : आदित्य पुरी | बीएस संवाददाता / मुंबई February 17, 2017 | | | | |
पेमेंट वॉलेट मसलन पेटीएम और मोबिक्विक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के कदम से भले ही फायदा मिला हो, लेकिन एचडीएफसी बैंक के चेयरमैन आदित्य पुरी ने कहा कि पेमेंट वॉलेट उपयुक्त कारोबारी विकल्प नहीं है। सालाना नैसकॉम इंडिया लीडरशिप फोरम में पुरी ने कहा, पेमेंट वॉलेट लंबी अवधि के लिए उपयुक्त नहीं है। वॉलेट को परिचालन में लाने के लिए आपको अपने बैंक खाते से वॉलेट में रकम का हस्तांतरण करना होता है। मुझे लगता है कि वॉलेट का कोई भविष्य नहीं है। वॉलेट वाले पमेंट कारोबार में पर्याप्त मार्जिन नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि किसी को वॉलेट की क्या दरकार होगी, जो सिर्फ तभी परिचालन में आता हो जब बैंक से उसमें रकम हस्तांतरित की जाए। इसके अतिरिक्त यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पेश होने के बाद बैंकों के लिए पेमेंट से जुड़े लेनदेन तेजी से करना संभव हो गया है। पुरी ने कहा कि वॉलेट कंपनियां अलीबाबा मॉडल की नकल नहीं कर सकतीं। उन्होंने कहा कि भारतीय नियामक बेहतर हैं। इस तरह से उन्होंने संकेत दिया कि ऐसी गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
वित्तीय सेवा की दुनिया के उभरते परिदृश्य पर नजर डालने के मामले में सिलिकन वैली की यात्रा के अनुभव सामने रखते हुए पुरी ने कहा कि ऐपल पे, लोन डॉट कॉम या अन्य उत्पाद भी वॉलेट के अन्य संस्करण हैं। पुरी ने कहा कि पेमेंट वॉलेट की उपयुक्तता के लिए उन्हें बड़ा यूनिवर्स बनाना होगा और सिर्फ वॉलेट उपयुक्त नहीं है। यह पूछे जाने पर कि पेमेंट वॉलेट कंपनियां ग्रामीण इलाके में काफी आगे निकल गई हैं, पुरी ने कहा कि सवाल उठता है कि हमारा वॉलेट कैश बैक के चलते बेहतर कैसे है। पेटीएम का मौजूदा नुकसान करीब 1651 करोड़ रुपये है। आप एक ऐसे कारोबार से 1651 करोड़ रुपये का नुकसान समाप्त नहीं कर सकते हैं जहां आप कहें कि 500 रुपये के बिल भुगतान पर 250 रुपये का कैश बैक लें।
बैंक अपने मोबाइल ऐप और वॉलेट पेश कर रहे हैं ताकि रकम हस्तांतरण हो सके और इसके चलते पेमेंट वॉलेट कंपनियों मसलन पेटीएम, मोबिक्विक, फ्रीचार्ज आदि की प्रतिस्पर्धा में इजाफा हुआ है। हमने कई घटनाक्रम देखे हैं मसलन आईसीआईसीआई बैंक की तरफ से फ्लिपकार्ट के पेफोन में रकम हस्तांतरण करने के बाद रकम के ब्लॉक होने या एसबीआई की तरफ से अपने ग्राहकों को पेटीएम के साथ लेनदेन की अनुमति नहीं देने के मामले सामने हैं। यह पूछे जाने पर कि आगामी पेमेंट बैंक ज्यादा ब्याज दर की पेशकश कर रहे हैं और पेटीएम जल्द ही इसमें उतरने वाली है, पुरी ने कहा कि ऐसे बैंक को पेश होने दीजिए, लेकिन कहा कि ऐसे उच्च रिटर्न टिकाऊ नहीं होते। जब पेटीएम बैंक पेश करेगी, तब हम देखेंगे। जोखिम का आकलन कीजिए और आप अपनी रकम रखिये। आपको ब्याज मिल सकता है।
|